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पुरातात्विक महत्व के 2,500 साल पुराने क्षेत्र के संरक्षण के लिए कोसी का मार्ग बदला जाएगा : नीतीश

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोसी नदी को उसके पुराने मार्ग की ओर मोड़ना जरूरी है ताकि इस क्षेत्र का और बाढ एवं भूमि के कटाव के कारण अब भी जमीन के नीचे दबी वस्तुओं का संरक्षण किया जा सके.

Updated on: 21 Dec 2020, 12:37 PM

पटना:

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि राज्य के भागलपुर जिले में 2,500 साल पुराने माने जा रहे पुरातात्त्विक महत्व के एक क्षेत्र के संरक्षण के लिए कोसी नदी का मार्ग मोड़ा जाएगा. कुमार ने जिले के बिहपुर प्रखंड स्थित गुवारीडीह गांव का दौरा किया, जहां जमीन के नीचे से प्राचीन काल की वस्तुएं, जैसे कि मिट्टी के बर्तन और आभूषण, विभिन्न औजार, त्रिभुजाकार ईंट, तांबे के सिक्के और जीवाश्म आदि बरामद हुए हैं. ये वस्तुएं कुषाण, मौर्य और गुप्त काल की हो सकती हैं.

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बिहार विरासत विकास समिति के कार्यकारी निदेशक डॉ विजय कुमार चौधरी ने वहां बरामद की गई वस्तुओं का विवरण मुख्यमंत्री को दिया. मुख्यमंत्री के हवाले से एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘यह वास्तव में एक प्राचीन और ऐतिहासिक स्थान है. बरामद हुए पुरावशेष 2,500 वर्ष पुराने रहे होंगे. हर किसी को इस स्थान के बारे में जानना चाहिए. ’’

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मुख्यमंत्री ने कहा कि कोसी नदी को उसके पुराने मार्ग की ओर मोड़ना जरूरी है ताकि इस क्षेत्र का और बाढ एवं भूमि के कटाव के कारण अब भी जमीन के नीचे दबी वस्तुओं का संरक्षण किया जा सके. कोसी नदी अभी इस स्थान से करीब 300-400 मीटर दूर से बह रही है, जबकि इसका पुराना मार्ग गांव से करीब दो किमी की दूरी पर है. कुमार ने कहा, ‘‘विशेषज्ञों की एक टीम ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में यह पुष्टि की है कि यह स्थान ऐतिहासिक महत्व का रहा होगा. ’’ उन्होंने कहा कि उपयुक्त खुदाई के बाद इस स्थान के वास्तव में पुरातात्विक महत्व के साबित होने पर इसे विकसित किया जाएगा, ताकि देश-विदेश के लोग इसके बारे में जान सकें.