बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि जैविक खाद के जरिए जैविक उत्पादन को अधिक से अधिक बढ़ाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि बिहार में शहद का उत्पादन सबसे अधिक होता है, परंतु इसकी प्रोसेसिंग नहीं हो पाती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत कटिहार जिले के कोढ़ा प्रखंड स्थित ग्राम पंचायत रौतारा में रौतारा पोखर के जीर्णोद्धार एवं सौदर्यीकरण कार्य का उद्घाटन किया एवं इसका निरीक्षण किया.
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निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के अंदर शहद का उत्पादन सबसे ज्यादा बिहार में होता है. इसका प्रोसेसिंग ठीक नहीं है, क्योंकि प्रोसेसिंग से इसका प्राकृतिक गुण कम हो जाता है. हालांकि प्रोसेसिंग से इसकी प्रयोग करने की समयावधि (ड्यूरेबिलिटी) बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि जैविक खेती के लिए हम लोग अतिरिक्त सहायता करते हैं और पहले चरण में इसे सब्जी की खेती के लिए शुरू किया गया है, जिसका विस्तार कर अन्य फसलों के लिए भी इसे लागू किया जाएगा.
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जैविक खेती करने वाले किसान पशुपालकों से उन्होंने गायों की संख्या बढ़ाने की अपील करते हुए कहा कि गायों की संख्या बढ़ने से उसके गोबर और मूत्र का इस्तेमाल कर जैविक खाद के जरिए जैविक उत्पादन को अधिक से अधिक बढ़ाया जा सकेगा. नीतीश ने उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय रौतारा में उन्नयन बिहार स्मार्ट क्लास एवं बाल पुस्तकालय का भी निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि उन्नयन बांका कार्यक्रम को पूरे बिहार में लागू करवाया जा रहा है. एक से पांच क्लास तक के बच्चों के लिए मोबाइल के बजाय स्मार्ट क्लास स्क्रीन के माध्यम से कराया जाएगा.
Source : IANS