logo-image

NHRC की 10 सदस्यीय टीम पहुंची पटना, छपरा शराबकांड से मौतों की करेगी जांच

छपरा शराबकांड में मौत के बढ़ते आंकड़ों के बीच एक तरफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग यानि NHRC बिहार पहुंच चुकी है. NHRC की 10 सदस्यीय टीम शराबकांड की जांच करेगी.

Updated on: 20 Dec 2022, 04:22 PM

highlights

  • पटना एयरपोर्ट पहुंची NHRC की टीम
  • शराबकांड की जांच करेगी 10 सदस्यीय टीम
  • छपरा शराबकांड में अब तक 73 लोगों की मौत
  • मामले में SIT ने 9 लोगों को किया है अरेस्ट
  • आसपास के कई जिलों में भी हुई हैं कई मौतें

Patna:

छपरा शराबकांड में मौत के बढ़ते आंकड़ों के बीच एक तरफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग यानि NHRC बिहार पहुंच चुकी है. NHRC की 10 सदस्यीय टीम शराबकांड की जांच करेगी. आपको बता दें कि छपरा शराबकांड में अब तक 73 लोगों की मौत हो चुकी है. मामले में SIT ने 9 लोगों को अरेस्ट किया गया है. छपरा के अलावा आसपास के कई जिलों में भी कई मौतें हुई हैं. घटना के बाद अन्य जिलों में लोग इलाज कराने गए थे. इलाज के दौरान कई लोगों की मौत हुई है. 

शराब कांड से हुई मौत की जांच टीम की तरफ से की जा रही है तो दूसरी तरफ सरकार के मंत्री संजय झा ने बिहार पहुंची NHRC की टीम पर सवाल उठाये हैं. संजय झा ने कहा कि अन्य राज्यों में NHRC की टीम क्यों नहीं पहुंचती. वहीं, शराबबंदी को लेकर संजय झा ने कहा कि सरकार पूरी कोशिश में है कि ठोस तरीके से ये कानून लागू हो.
 
जहरीली शराब से मौत होने के बाद मानवाधिकार आयोग की टीम बिहार पहुंची है. इसे लेकर RJD प्रवक्ता शक्ति सिंह ने केंद्र पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाएं केंद्र सरकार के इशारे पर नाचती हैं. राज्य में सत्ता से बेदखल होने के बाद बीजेपी हर अनैतिक कार्यों को सही ठहराने पर आमदा है.

जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने जहरीली शराब से हुई मौत और बीजेपी की मांग पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि जहरीली शराब बनाना और पीना आपराधिक श्रेणी में आता है. कोई गलत काम करे तो उसे मुआवजा क्यों दिया जाए. मुआवजा गलत काम को प्रोत्साहन है. ये मानवाधिकार का उल्लंघन नहीं है.

छपरा शराब कांड पर सियासत जारी है. बीजेपी सांसद राम कृपाल यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए मुआवजा देने की मांग की. यादव ने कहा कि छपरा जहरीली शराब पीने से जितनी मौत हुई है वो सब गरीब हैं. उनको हर हाल में मुआवजा मिलना चाहिए. घटना के इतने दिन बीतने के बाद भी अभी तक सीएम नीतीश कुमार घटना स्थल पर नहीं पहुंचे हैं.

बिहार के पूर्व कृषि मंत्री और राजद विधायक सुधाकर सिंह ने न्यूज़ नेशन से बातचीत में कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तानाशाह हो गए हैं, विधायकों को दे रहे हैं जल्दी बिहार में सरकार की ज्यादातर नीति फेल.. जो भी कृषि रोड मैप बिहार में बनाए गए वह सब किसानों के हित में नहीं रहे किसानों के साथ गलत हुआ और अब शराब बंदी कानून के नाम पर हजारों गरीब को मरने के लिए छोड़ दिया जा रहा है.

यह भी पढ़ें : IT विभाग का गजब कारनामा, मजदूर को थमाया 14 करोड़ का नोटिस