होली के दिन वन एवं पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव के सरकारी आवास पर चोरी के मामले में नया मोड़ आ गया है. तेजप्रताप यादव के निजी सहायक मिसाल सिन्हा ने सचिवालय थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इस प्राथमिकी में कहा गया था कि होली के दिन मंत्री आवास पर आई मंडली ने 5 लाख रुपये के कीमती सामानों की चोरी की है. इस टीम में एक महिला समेत 8 लोग थे, जिन्हें होली के कार्यक्रम के लिए वृंदावन से बुलाया गया था. साथ ही प्राथमिकी में मंडली लीडर पर मंत्री को धमकी देने का आरोप भी लगाया गया है.
दीपक का दावा, 20-21 सालों से जानता है
वहीं, अब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है. मंडली लीडर दीपक ने चोरी और धमकी देने के आरोपों को गलत बताया है. दीपक का कहना है कि वो मंत्री तेजप्रताप यादव को 20-21 सालों से जानता है और पहले भी कई कार्यक्रम कर चुका है. दीपक का कहना है कि वो तो तेजप्रताप को वृंदावन के दर्शन भी करवा चुका है. वहीं, चोरी के मामले पर दीपक ने कहा कि यह कार्यक्रम 60 हजार रुपए में तय हुआ था और इस कार्यक्रम के पैसों को लेकर ही ये पूरा विवाद हुआ है. दीपक का कहना है कि कार्यक्रम के लिए 10 हजार रुपये बुकिंग अमाउंट दिया गया था. कार्यक्रम के बाद मंत्री से कई बार बचे हुए 50 हजार रुपये की मांग की गई, जिससे उन्हें गुस्सा आ गया.
मंडली सदस्य की पीटाई
वहीं, मिसाल सिन्हा ने शिकायत में कहा कि मंडली के लोग रात को आवास पर ही ठहरे थे और चोरी कर सभी लोग बिना किसी को जानकारी दिए फरार हो गए. इस पर दीपक ने कहा कि एस्कॉर्ट की गाड़ी के साथ स्टेशन छोड़ा गया था. दीपक ने कहा कि रुपयों की मांग करने पर एक मंडली सदस्य की पीटाई भी की गई थी. आवास पर सिक्योरिटी भी पूरी थी, ऐसे में कोई कैसे चोरी कर सकता है.
HIGHLIGHTS
- तेजप्रताप यादव के आवास पर चोरी
- होली पर आई मंडली पर 5 लाख की चोरी का आरोप
- मंडली सदस्य का कहना है कि बुकिंग अमाउंट को लेकर मंत्री गुस्सा
Source : News State Bihar Jharkhand