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नगर निकाय चुनाव को लेकर नई गाइडलाइन जारी, किए गए बड़े बदलाव

बिहार में हो रहे नगर निकाय चुनाव को लेकर नई गाइडलाइन जारी की गई है, जिसमें अब मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव पार्षद के बजाए जनता करेगी.

Updated on: 17 Sep 2022, 02:05 PM

Motihari:

बिहार में हो रहे नगर निकाय चुनाव को लेकर नई गाइडलाइन जारी की गई है, जिसमें अब मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव पार्षद के बजाए जनता करेगी. इस बार के चुनाव में दोनों पद के लिये जो प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं, वो राजनितिक पार्टियों के समर्थन से चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. मोतिहारी में भी बीजेपी के समर्थित मेयर के उमीदवार के तौर पर पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रकाश स्थाना चुनावी मैदान में उतरे हैं तो वहीं राजद से दो उमीदवार अपना दावा ठोक रहे हैं. जिसमे पार्टी के विधानसभा प्रभारी मणि श्रीवास्तव चुनाव में हैं तो दूसरा देवा गुप्ता हैं. हांलाकि वे खुद नहीं उतर कर अपनी पत्नी को चुनाव में उतारने के प्रयास में है लेकिन दोनों का दावा है कि उन्हें पार्टी के आलाकमान तेजस्वी यादव से आशीर्वाद मिल चुका है.

इसलिए दोनों जनता के बीच जाकर वोट मांग रहे हैं. ऐसे में जनता अभी दिग्भर्मित हो रही है कि सच में राजद के कौन समर्थित उमीदवार हैं. ऐसे में देखते हैं कि आगे पार्टी का क्या फैसला सामने आता है, लेकिन इन सब के बीच बीजेपी में भी इस चुनाव को लेकर अंतः कलह जारी है. अपने पार्टी के उमीदवार प्रकाश अस्थाना के विरोध में सोशल मीडिया पर पार्टी के ही विधायक पवन जायसवाल चुनावी मैदान में उतर गए हैं और अपने प्रत्याशी के चुनाव को लेकर विरोध जाता रहे हैं.

इस मुद्दे पर सियासत इतनी तेज हो गई कि अब पार्टी के ही विधायक व पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार अपने विधायक पवन जायसवाल पर भड़ास निकालना शुरू कर दिया और उनकी राजनितिक हैसियत बताते हुए प्रमोद कुमार ने कहा कि अगर बीजेपी का समर्थन नहीं मिलता तो वो दुबारा विधायक नहीं बनते और अब वैश्य का मसीहा बनते हैं. उन्होंने पूर्व एमएलसी बबलू गुप्ता पर भी निशाना साधा और बिना नाम रखे कहा कि जब तक राजद के साथ थे तबतक सत्ता नहीं मिली और बीजेपी ने ही उन्हें एमएलसी तक पहुंचाया है. अब ये लोग अपने को वैश्य का नेता कह रहे हैं जबकि वैश्य का अगर कोई नेता है तो वो हैं सुशील मोदी, संजय जायसवाल, रमा देवी और वे खुद सबसे बड़े वैश्य का नेता हैं

बीजेपी विधायक प्रमोद कुमार इतने पर ही नहीं रुके बल्कि राजद से अपनी दावेदारी कर रहे नेता को भी निशाने पर लिया और कहा कि मोतिहारी की धरती सत्य और अहिंसा कि धरती है. ऐसे में वैसे लोग जिन्होंने कितने वैश्य का कोख उजार दिया, वो अपने को तथाकथित वैश्य सरगना सिरोमनि बनकर चुनाव में उतरे हैं. जनता वैसे लोगों से भी इस चुनाव में जवाब पूछेगी.

Reporter-Ranjit Kumar