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बिहार में आ रहा NDA, BJP बनेगी सबसे बड़ा दल

दिलचस्प बात यह है कि भाजपा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व वाली जद-यू (JDU) से आगे निकलकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है.

Updated on: 25 Oct 2020, 01:13 PM

पटना:

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) आराम से स्पष्ट बहुमत के साथ बिहार की सत्ता में वापस आ रहा है, लेकिन दिलचस्प बात यह है कि भाजपा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व वाली जद-यू (JDU) से आगे निकलकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है. शनिवार को आईएएनएस एबीपी-सीवीवोटर द्वारा जारी बिहार राज्य चुनावों के ओपिनियन पोल के आंकड़ों के अनुसार बिहार में जद-यू और भाजपा को मिलाकर नीतीश कुमार की अगुवाई वाले राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) में 135-159 सीटें मिलेंगी, जो स्पषट बहुमत दर्शाता है.

BJP को 81 में से 73 सीटें मिलने का अनुमान
ओपिनियन पोल के अनुसार भाजपा को 73 से लेकर 81 सीटें मिलने की संभावना है और इसके साथ वह सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी, जबकि जद-यू को 59-87 सीटें मिलेंगी. ओपिनियन पोल के मुताबिक राजद-कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 77-98 सीटें मिलेंगी. चिराग पासवान की लोजपा के भी 1-5 सीटें जीतने की संभावना है, जबकि अन्य दलों को 4-8 सीटें मिलेंगी. तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाली राजद के 56-64 सीटों पर जीतने का अनुमान है, जबकि कांग्रेस 12-20 सीटें जीत सकती है.

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जद-यू को 115 में 63 सीटें
लोकसभा मैपिंग के आधार पर राजनीतिक क्षेत्रों में सीटों के अनुमानों से पता चलता है कि एनडीए को पूर्वी बिहार में 16-20 सीटें, मगध-भोजपुर में 36-44, मिथिलांचल में 27-31, उत्तर बिहार में 45-49 और सीमांचल क्षेत्र में 11-15 सीटें मिलेंगी. चुनावों में भाजपा का सबसे अच्छा स्ट्राइक रेट होगा. 70 प्रतिशत के साथ इसके 110 में से 77 सीटें जीतने की उम्मीद है. 63.8 प्रतिशत के साथ जद-यू की स्ट्राइक रेट कम होगी उसे 115 सीटों में से 63 सीटें मिलने की संभावना है. नीतीश कुमार को सीएम उम्मीदवार के चेहरे के रूप में पेश किया गया है.

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तीन हफ्तों के आधार पर रुझान
पोल का सैंपल साइज 30,678 है और सर्वेक्षण की अवधि 1-23 अक्टूबर है. पिछले 12 हफ्तों में कुल ट्रैकर सैम्पल साइज 60,000 से अधिक है. मेथडॉलजी सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करने की रही है और मार्जिन त्रुटि राज्य स्तर पर 3 प्रतिशत कम-ज्यादा और क्षेत्रीय स्तर पर 5 प्रतिशत कम-ज्यादा है.