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File Photo
Bihar Elections 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव का परिणाम लगभग साफ हो गया है. बिहार में अब एक नया समीकरण बन रहा है, जो हर किसी को चौंका सकता है. दरअसल, बिहार में एनडीए सरकार बन सकती है, वह भी बिना नीतीश कुमार और उनकी पार्टी के. दोपहर 2.30 बजे के आंकड़े के अनुसार, भाजपा 92, जदयू 82, एलजेपी 20, हम पांच तो आरएलएम चार सीटों पर आगे चल रही है. अब अगर इसमें नीतीश कुमार की जदयू के एनडीए की सीट देखें तो भाजपा 91 सीट+ चिराग LJP- 22 सीट+ HAM 5 सीट+ RLM 4 सीट= 122 सीट.
बहुमत के लिए बिहार में 122 सीटें चाहिए और अब तक के रुझानों के अनुसार, एनडीए नीतीश के बिना भी 122 का आकंड़ा छू चुकी है. अगर भाजपा अपने साथ बसपा, कांग्रेस और लेफ्ट के विधायकों को किसी तरह मिला लेते हैं तो नीतीश के बिना भी एनडीए की मजबूत सरकार बन जाएगी.
क्या बीजेपी ऐसा करेगी
नए समीकरण पर एक्सपर्ट का कहना है कि भाजपा सरकार बनाने में माहिर है. अगर नीतीश एनडीए से पीछे हटते हैं तो भाजपा अन्य पार्टियों को अपने में मिला सकती है. एक्सपर्ट का कहना है कि भाजपा के पास अब अपना मुख्यमंत्री बनाने का रास्ता साफ हो गया है. आठ-10 विधायकों को अपने में मिलाना कोई बड़ी बात नहीं है. अगर भाजपा ऐसा नहीं करती है तो सिर्फ गठबंधन की गरिमा को बचाए रखने के लिए क्योंकि नीतीश कुमार ज्यादा प्रेशर नहीं बना सकते हैं.
भाजपा ने नीतीश कुमार के CM फेस पर असमंजस रखा
जून 2025 में अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कहा था कि बिहार का मुख्यमंत्री कौन होगा, ये तो वक्त ही बताएगा. हालांकि, ये साफ है कि चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा. इसके अलावा, कैंपेनिंग के दौरान 16 अक्टूबर को जब शाह से सीएम कौन बनेगा वाला सवाल किया गया तो उन्होंने कहा था कि मैं कौन होता हूं कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा. चुनाव के बाद सभी सहयोगी मिलकर विधायक दल का नेता चुनेंगे. हालांकि, जब इस पर हंगामा हुआ तो उन्होंने 1 नवंबर को सफाई देते हुए कहा कि मैं फिर से साफ करता हूं कि नीतीश ही मुख्यमंत्री हैं और चुनाव जीतने के बाद भी वहीं रहेंगे. इसमें कोई भी कन्फ्यूजन नहीं हैं.
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