logo-image

बिहार लौटे प्रवासी मजदूरों के दर्ज होंगे मतदाता सूची में नाम, चुनाव आयोग ने शुरू की तैयारी

बिहार में इस साल के अंत में होने वाले संभावित चुनाव को लेकर अब बिहार निर्वाचन आयोग ने भी तैयारियां प्रारंभ कर दी है.

Updated on: 06 Jun 2020, 08:28 AM

पटना:

बिहार (Bihar) में इस साल के अंत में होने वाले संभावित चुनाव को लेकर अब बिहार निर्वाचन आयोग ने भी तैयारियां प्रारंभ कर दी है. कोरोना संक्रमण काल के दौरान अन्य प्रदेशों में काम कर रहे प्रवासी मजदूरों का लौटना जारी है. ऐसे में यह माना जा रहा है कि लौटकर आए इन प्रवासी मजदूरों (Migrant Workers) में से कई तो वापस फिर से लौटेंगे, लेकिन अधिकांश मजदूर इस साल के अंत में रहेंगे. अब आयोग इन प्रवासी मजदरों के नाम मतदाता सूची में डालने को लेकर एक अभियान चलाने की योजना बना रही है.

यह भी पढ़ें: बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय हुए हाईटेक, 'नशामुक्त बिहार' बनाने के लिए बनाई वेबसाइट

बिहार सरकार द्वारा जारी किए जा रहे आंकडों के मुताबिक अब तक 20 से 25 लाख प्रवासी मजदूर वापस लौटे हैं. 15 लाख से अधिक लौटे प्रवासी मजदूर तो क्वारंटीन सेंटरों में रह चुके हैं. बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एच़ आऱ श्रीनिवास ने बताया कि आयोग द्वारा चुनाव को लेकर तैयारियां चलती रहती है. उन्होंने स्वीकार करते हुए कहा कि कोरोना संकट में लाखों मजदूर वापस बिहार आए हैं. चुनाव आयोग यह समीक्षा करेगा कि वे यहां के मतदाता हैं या नहीं. उन्होंने कहा कि जो लोग यहां के होगे और जिनका नाम मतदाता सूची में नहीं होगा उनका नाम जोड़ा जाएगा.

यह भी पढ़ें: बिहार में खुद को CM कैंडिडेट बताने वाली पुष्पम प्रिया फिर हुईं एक्टिव

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अन्य राज्यों में जो मतदाता होंगे उनका नाम भी जोड़ा जाएगा, लेकिन एक जगह से नाम हटाना भी होगा. उन्होंने कहा कि अभी संभावित चुनाव में चार महीने की देरी है. उन्होंने माना कि कोरोना के संक्रमण काल में चुनाव कराना चुनौती है, लेकिन तैयारी के लिए अभी काफी वक्त है.

यह वीडियो देखें: