logo-image

मुजफ्फरपुर में रंगदारी न देने पर होमगार्ड के बेटे को सिर में मारी गई गोली, आरोपी फरार

घटना की सूचना मिलने पर टाउन डीएसपी राम नरेश पासवान और सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह तत्काल एसकेएमसीएच पहुंचे और मामले में छानबीन शुरू कर दी है.

Updated on: 20 Oct 2019, 10:14 AM

highlights

  • बिहार के मुजफ्फरपुर में बदमाशों का खौफ. 
  • बदमाशों ने होमगार्ड के बेटे को मारी गोली. 
  • कुछ दिन पहले बेटे का रंगदारी को लेकर हुआ था विवाद.

मुजफ्फरपुर:

बिहार (Bihar) के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में बेखौफ अपराधियों ने एक बार फिर से बड़ी वारदात को अंजाम दिया है. इस बार इन अपराधियों का शिकार बना है एक होमगार्ड का बेटा. बंदूकधारी अपराधियों मे होम गार्ड के बेटे को सरेराह 7 गोलियां मारीं और इसके बाद फरार हो गए. अस्पताल तक पहुंचने से पहले ही युवक ने दम तोड़ दिया. इस वारदात के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है.

घटना की सूचना मिलने पर टाउन डीएसपी राम नरेश पासवान और सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह तत्काल एसकेएमसीएच पहुंचे और मामले में छानबीन शुरू कर दी है.

यह भी पढ़ें: सीएम नीतीश कुमार को लेकर गिरिराज सिंह के तेवर पड़े नरम, कही ये बड़ी बात

जानकारी के मुताबिक, होमगार्ड जवान प्रमोद कुमार राय अहियापुर थाने में तैनात हैं. होमगार्ड जवान प्रमोद राय का बेटा सुजीत अपने पिता को खाना देने के लिए बीती रात घर से अहियापुर थाने गया था. जब वह खाना देकर घर लौट रहा था, उसी वक्‍त अहियापुर के आनंद विहार कॉलोनी में उनके घर से लगभग 400 मीटर पहले ही घात लगाकर बैठे अपराधियों ने उसपर हमला कर दिया और उसे सिर पर गोली मार दी. इसके बाद हमलावर ने ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए वहां से भाग निकले. सुजीत को 7 गोलियां लगने की बात कही जा रही है. इसकी सूचना गश्ती में तैनात होमगार्ड जवान प्रमोद राय को उनके अधिकारी से मिली.

यह भी पढ़ें: पहली बार लेट हुई तेजस, यात्रियों को मिलेगा इतने रुपये का मुआवजा

सूचना मिलने पर पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और सुजीत को KMCH पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्‍हें मृत घोषित कर दिया गया. बताया जा रहा है कि आपसी रंजिश के तहत इस घटना को अंजाम दिया गया है. हत्या के बाद होमगार्ड जवान प्रमोद कुमार राय ने बताया कि गायघाट के एक व्यक्ति से पूर्व में सुजीत का विवाद हुआ था. प्रमोद के मुताबिक, उनके बेटे से रंगदारी मांगी गई थी और न देने पर हत्या की धमकी मिली थी.

यह भी पढ़ें: बिहार उपचुनाव के लिए रुका प्रचार, कल होगा मतदान

जानकारी के मुताबिक, रंगदारी मांगने की सूचना होमगार्ड जवान ने अहियापुर थाना में तैनात तत्कालीन इंस्पेक्टर सोना प्रसाद को दी थी, लेकिन इस मामले को हल्के में लिया गया और प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई थी. वकील की सलाह पर प्रमोद राय ने मामले का कोर्ट परिवाद किया था. इसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की जबकि परिवाद में आरोपियों को नामजद किया गया था. मृतक के पिता प्रमोद राय में अहियापुर थाना के तत्कालीन अध्यक्ष सोना प्रसाद पर बड़े आरोप लगाए हैं.