Cheapest Book Market: बिहार के मुजफ्फरपुर का मोतीझील बाजार अब सिर्फ एक आम बाजार नहीं रहा. जैसे दिल्ली के सरोजिनी नगर को कपड़ों के लिए जाना जाता है, वैसे ही अब मोतीझील बाजार छात्रों के लिए सस्ती और जरूरी किताबों का ठिकाना बनता जा रहा है. यहां हर विषय की किताबें बाजार दर से काफी कम दाम पर मिलती हैं, जिससे यह बाजार उत्तर बिहार के हजारों छात्रों की पहली पसंद बन चुका है.
महंगी हैं किताबों तो मोतीझील का रुख करें
पढ़ाई के लिए घर से दूर जाने वाले छात्रों के सामने कई खर्चे होते हैं – जैसे किराया, ट्यूशन फीस, भोजन आदि. इन सबके बीच किताबों की कीमतें छात्रों और उनके अभिभावकों पर आर्थिक दबाव बढ़ा देती हैं. खासकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए रिफरेंस बुक्स और गाइड्स की कीमतें अक्सर जेब पर भारी पड़ती हैं. ऐसे में मोतीझील बाजार छात्रों को राहत देने वाला विकल्प बनकर सामने आया है.
सभी विषय हैं उपलब्ध
मोतीझील में मेडिकल, इंजीनियरिंग, लॉ, SSC, UPSC, रेलवे, CTET, और यहां तक कि नवोदय और सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए किताबें आसानी से मिल जाती हैं. साथ ही, नर्सरी से लेकर 12वीं तक की सभी कक्षाओं की किताबें भी उपलब्ध रहती हैं. यहां पुराने किताबों को रिबाइंड करके नई शक्ल में बेचा जाता है, जिससे छात्रों को कम दाम में अच्छी हालत वाली किताबें मिल जाती हैं.
40 से 60 प्रतिशत तक सस्ते दाम
यहां किताबें बाजार मूल्य से 40 से 60 फीसदी तक कम कीमत पर मिल जाती हैं. यही नहीं, कई दुकानदार स्टडी प्लान, हैंडरिटेन नोट्स और टॉपर्स की कॉपी भी मुफ्त में दे देते हैं. थोक में खरीदारी करने पर अतिरिक्त छूट मिलना आम बात है.
इसलिए छात्रों की पहली पसंद है मोतीझील
सस्ती किताबों के साथ-साथ यहां का माहौल भी पढ़ाई के अनुकूल होता जा रहा है. किताबों की उपलब्धता, विविधता और किफायती कीमतों के चलते यह बाजार उत्तर बिहार के हजारों छात्रों के लिए उम्मीद की किरण बन गया है.
यह भी पढ़ें: Bihar Assembly Election 2025: बिहार में इस चर्चित सीट पर सियासी पारा हाई, RJD और JDU दोनों में मची हलचल
यह भी पढ़ें: Bihar Crime News: पटना में जेडीयू नेता के आवास के बाहर युवक को मारी गोली, मच गया हड़कंप