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Munger Violence : कांग्रेस ने आगजनी-जंगलराज के लिए सीएम नीतीश को ठहराया जिम्मेदार

बिहार के मुंगेर जिले में सोमवार रात देवी दुर्गा की मूर्ति विर्सजन को लेकर झड़प के दौरान कथित तौर पर हुई पुलिस गोलीबारी में एक युवक की मौत को लेकर बृहस्पतिवार को एसपी दफ्तर समेत शहर में अन्य स्थानों पर तोड़फोड़ की गई और वाहनों को आग लगा दिया गया.

Updated on: 29 Oct 2020, 04:59 PM

नई दिल्‍ली:

Munger Violence : बिहार के मुंगेर जिले में सोमवार रात देवी दुर्गा की मूर्ति विर्सजन को लेकर झड़प के दौरान कथित तौर पर हुई पुलिस गोलीबारी में एक युवक की मौत को लेकर बृहस्पतिवार को एसपी दफ्तर समेत शहर में अन्य स्थानों पर तोड़फोड़ की गई और वाहनों को आग लगा दिया गया. इसे लेकर कांग्रेस (Congress) ने एनडीए (NDA) पर निशाना साधा है.

कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने कहा कि नीतीश कुमार-सुशील मोदी सरकार (बिहार सरकार) के इशारे पर मुंगेर में मां दुर्गा के भक्तों पर फायरिंग और लाठीचार्ज किया गया है. इस आगजनी और अराजकता के लिए सीएम नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं.

आपको बता दें कि इस मामले में निर्वाचन आयोग ने जिलाधिकारी राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को तत्काल हटाने के साथ मगध प्रमंडल के आयुक्त असंगबा चुबा एओ को पूरी घटना की जांच करने का आदेश दिया है. अपर निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि मौजूदा स्थिति के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने इन दोनों अधिकारियों को तत्काल हटाने का आदेश दिया है.

उन्होंने बताया कि आयोग ने मगध प्रमंडल के आयुक्त असंगबा चुबा एओ को पूरी घटना की जांच अगले सात दिनों में करने का आदेश दिया है. सिंह ने कहा कि मुंगेर में आज ही नए जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को तैनात किया जाएगा. बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के एक दिन पहले मुंगेर जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत दीनदयाल उपाध्याय चौक पर सोमवार देर रात देवी दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई गोलीबारी और पथराव में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और सुरक्षाकर्मियों सहित दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे.

स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में 20 साल के एक युवक की मौत हुई. इस बारे में मुंगेर के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने कहा था कि वह भीड़ के बीच से किसी के द्वारा चलाई गई गोली से मारा गया था. पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने कहा था कि कुछ असामाजिक तत्वों ने दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान पथराव किया, जिसमें 20 जवान घायल हो गए. भीड़ की तरफ से गोलीबारी भी की गई जिसमें दुर्भाग्य से एक व्यक्ति की मौत हो गई.

घटना के एक कथित वीडियो में सुरक्षाकर्मियों को विसर्जन जुलूस में लोगों के एक समूह पर लाठीचार्ज करते दिखाया गया था. साथ ही सोशल मीडिया पर एक विचलित करने वाली तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें इस घटना में कथित तौर पर पुलिस गोलीबारी में मारे गए व्यक्ति को उसकी खोपड़ी के खुले हिस्से के साथ जमीन पर पड़ा दिखाया गया था.

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के लिए जाने के दौरान मूर्ति को ले जाने के बांस से बने वाहक के टूट जाने के बाद दिक्कत शुरू हो गई थी और इसे ठीक करने में समय लग रहा था. मूर्ति को ले जाने वाले वाहक की मरम्मत में हुई देरी के कारण अन्य मूर्ति जुलूस रास्ते में फंसे हुए थे. 

प्रशासन चाहता था कि जुलूस जल्दी से जल्दी निकले क्योंकि सुरक्षाकर्मियों को बुधवार को चुनाव ड्यूटी पर तैनात किया जाना था. इस घटना के बाद जिले में तनाव बढ़ गया है और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती से ऐसा लग रहा है कि मुंगेर जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में बुधवार को हुए मतदान पर इसका असर पड़ा है.