बिहार के मुंगेर में घायल एएसआई संतोष सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई. बताया जा रहा है कि भीड़ ने उन पर गुरुवार को जानलेवा हमला किया. इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए. मुंगेर के एसपी सैयद इमरान मसूद ने सूचना दी कि इस मामले में 5 आरोपियों को पकड़ा गया है. इसी तरह का एक और मामला बीते दिनों अररिया जिले से भी आया था. गुरुवार को अररिया जिला के फुलकाहा थाना में तैनात राजीव रंजन मल की हत्या हो गई थी.
बदमाशों ने धारदार हथियार से अटैक किया
बताया जा रहा है कि 14 मार्च की रात आपसी विवाद को सुलझाने पहुंचे मुफस्सिल थाने के संतोष कुमार सिंह पर बदमाशों ने धारदार हथियार से अटैक किया था. संतोष कुमार को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया. लेकिन शनिवार सुबह के वक्त पारस अस्पताल में उनकी मौत हो गई. वे कैमूर जिला के मोहनिया थाना अंतर्गत पिपरिया गांव के निवासी थे.
हथियार से सिर पर कई जगह पर हमला कर दिया
बताया जा रहा है कि 14 मार्च की रात डायल 112 पर सूचना प्राप्त हुई थी कि नंदलालपुर गांव में दो पक्षों के बीच काफी विवाद है. इसके बाद संतोष कुमार सिंह बल के साथ यहां पर विवाद को सुलझाने के लिए पहुंचे. इस बीच एक पक्ष ने धारदार हथियार से सिर पर कई जगह पर हमला कर दिया. इस घटना के बाद संतोष घायल हो गए. उन्हें निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. यहां से देर रात पटना पारस हास्पिटल में उन्हें रेफर किया गया.
अररिया में एएसआई की हुई थी हत्या
बीते 13 मार्च को बिहार के अररिया जिले में पुलिस अफसर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. आपको बता दें कि पुलिस अधिकारी बुधवार रात एक मोस्ट वांटेड अपराधी को पकड़ने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया. उनकी पिटाई की. इसमें उनकी मौत हो गई. हालांकि, अररिया पुलिस ने हत्या की बात से साफ इनकार किया. उसका कहना है कि पुलिस एक्शन में वे बेहोश हो गए. इसके बाद उनकी मौत हो गई. राजीव रंजन मूल रूप से बिहार के मुंगेर जिले के निवासी थे.