Bihar News: बिहार के मुंगेर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर किसी के भी आंखों में आंसू आ जाएंगे. यहां एक भाई की मौत की खबर सुनते ही सदमे में बहन ने भी दम तोड़ दिया. ये दिल को झकझोर देने वाली घटना शामपुर थाना क्षेत्र के सठबिग्घी गांव की है. रिपोर्ट के मुताबिक मृतक की पहचान गांव के बुजुर्ग वासुदेव मंडल के रूप में हुई है. उनकी बहन जयमाला देवी था जिनकी वासुदेव की मौत की खबर सुनते ही मौत हो गई.
ये है पूरा मामला
दरअसल, वासुदेव मंडल की कोई संतान नहीं थी. उनकी एकमात्र बेटी थी, जिसे उन्होंने अपनी पूरी संपत्ति दे दी थी. लेकिन जब उनकी मृत्यु हुई, तो बेटी और दामाद अंतिम संस्कार का खर्च उठाने से पीछे हट गए और गांव छोड़कर चले गए. इधर, जब गुरुवार की सुबह वासुदेव मंडल का निधन हुआ तो सूचना मिलते ही मौके पर उनकी बहन जयमाला देवी भागी-भागी पहुंची. गंगा जल देते ही वो भी बेहोश होकर गिर पड़ीं और उन्होंने भी दम तोड़ दिया.
गांव में मचा हड़कंप
ग्रामीणों ने इस दुखद घटना पर शोक जताते हुए भाई-बहन की शवयात्रा एक साथ निकाली और सुल्तानगंज गंगा घाट पर दोनों का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया. वासुदेव मंडल को उनके भतीजे देवेंद्र मंडल और जयमाला देवी को उनके छोटे बेटे दिनेश मंडल ने मुखाग्नि दी. इस घटना को लेकर मृतक के परिजन जितेंद्र मंडल ने बताया कि वासुदेव मंडल ने गुरुवार सुबह दम तोड़ दिया. इसके बाद इसी गांव में दादा की बहन जयमाला देवी को इसबारे में खबर मिली तो वह उन्हें देखने के लिए यहां पहुंची. उन्होंने दादा को गंगा जल दिया ही था कि उनके भी प्राण निकल गये.
जितेंद्र मंडल ने आगे बताया कि मृतक वासुदेव मंडल को कोई पुत्र नहीं था और उनकी एकमात्र बेटी थी. उन्होंने उसे पाल पोसकर बड़ा किया और उसकी शादी कर दी. इतना ही नहीं उन्होंने मरने से पूर्व भी सारी संपत्ति उनके नाम कर दी थी. लेकिन जब उनकी मौत हुई तो बेटी और दामाद खर्चा होने के डर से पीछे हट गए.
मृत भाई को गंगा जल पिलाते ही मौत
बता दें कि इस घटना के बाद ग्रामीणों ने ही आगे बढ़कर अंतिम संस्कार की पूरी व्यवस्था की. वहीं दूसरी ओर जहां एक तरफ भाई-बहन के प्रेम की मिसाल दी जा रही है, वहीं बेटी और दामाद के इस व्यवहार की पूरा गांव निंदा कर रहा है.