2 दिन पूर्व अनुमंडल अस्पताल में मां-बच्चे की मौत, मामले में 3 सदस्यीय जांच टीम गठित
कैमूर जिले के अनुमंडल अस्पताल मोहनिया में 2 दिन पूर्व डिलीवरी के दौरान हुए जच्चा-बच्चा की मौत मामले में विभाग ने संज्ञान लिया.
highlights
. प्रसव के दौरान महिला और बच्चे की मौत
. रेफर के दौरान नहीं मिली महिला को एंबुलेंस की सुविधा
Kaimur:
कैमूर जिले के अनुमंडल अस्पताल मोहनिया में 2 दिन पूर्व डिलीवरी के दौरान हुए जच्चा-बच्चा की मौत मामले में विभाग ने संज्ञान लिया. जिलाधिकारी के निर्देश पर मामले की जांच करने एसीएमओ कैमूर, महिला चिकित्सक डॉ किरण कुमारी और एसडीएम मोहनिया पहुंचे. उस दिन मौजूद चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों से पूछताछ की गई. जानकारी के अनुसार दो दिन पहले मोहनिया थाना क्षेत्र के भिट्टी गांव के रहने वाले असलम खलीफा की पत्नी रेहाना बीवी की डिलीवरी के दौरान जच्चे और बच्चे की मौत हो गई थी. जो खबर मीडिया में सुर्खियों में बनी हुई है. जिसके बाद जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला ने संज्ञान लिया. 3 सदस्यीय जांच दल का गठन कर जांच के लिए अनुमंडल अस्पताल मोहनिया भेजा, जहां जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपा जाएगा.
यह भी पढ़ें-BPSC अभ्यर्थियों का हल्ला बोला, पैदल मार्च के दौरान पुलिस ने वापस भेजा
यह मामला दो दिन पहले का है, जहां मोहनिया प्रखंड के भिट्टी गांव के रहने वाले असलम खलीफा अपनी पत्नी रेहाना बीवी को लेकर डिलीवरी कराने के लिए अनुमंडल अस्पताल मोहनिया गए थे. जहां चिकित्सकों द्वारा डिलीवरी कराने से पहले कई प्रकार के रिपोर्ट असलम खलीफा द्वारा वहां मौजूद चिकित्सक को दिया गया. उनके द्वारा हिमोग्लोबिन सहित सभी प्रकार के कराए गए पैथोलॉजिकल जांच उनके फेवर में बताया गया था. जिसके बाद देर रात्रि नॉर्मल डिलीवरी होने की बात बताकर इजेक्शन दिया गया और फिर दवा शुरू करा दिया गया. जहां बच्चा मृत पैदा हुआ और महिला की भी स्थिति बिगड़ने लगी, जिसके बाद वहां मौजूद लोगों द्वारा तुरंत महिला को रेफर कर दिया गया था. सरकारी एंबुलेंस की सुविधा भी ले जाने के लिए नहीं मिली तो भाड़े पर गाड़ी कर बेहतर उपचार के लिए वाराणसी ले जा रहे थे, जहां बीच रास्ते में महिला की मौत हो गई.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें