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रोहतास में समोसा खाने से 60 से अधिक लोगों की बिगड़ी तबीयत

रोहतास जिले के करगहर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां करगहर थानाक्षेत्र के खनैठी गांव में फूड प्वाइजनिंग का बड़ा मामला सामने आया है. जहां समोसा खाने से 60 लोग बीमार हो गए हैं.

Updated on: 10 Aug 2022, 10:43 AM

Rohtas:

रोहतास जिले के करगहर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां करगहर थानाक्षेत्र के खनैठी गांव में फूड प्वाइजनिंग का बड़ा मामला सामने आया है. जहां समोसा खाने से 60 लोग बीमार हो गए हैं. सभी को करगहर सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद इलाज के लिए सासाराम के सदर अस्पताल भेज दिया गया है. बीमार लोगों में 14 से अधिक बच्चे हैं. इसके अलावा महिलाएं भी शामिल हैं. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि गांव में एक समोसे का दुकान है, उसी समोसे की दुकान से सभी ने समोसे खरीदकर खाया. जिसके बाद सभी की तबीयत बिगड़ने लगी.

कल शाम में ही लोगों ने समोसा खरीद कर खाया था, लेकिन देर रात अलग-अलग घरों में लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी. यहां तक कि समोसा के दुकानदार की भी फूड प्वाइजनिंग से तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद धीरे-धीरे सभी को इलाज के लिए करगहर के अस्पताल लाया गया. जहां से कई एंबुलेंस की मदद से सभी को सदर अस्पताल भेजा गया, जहां सदर अस्पताल के अलग-अलग वार्ड में सब का इलाज चल रहा है. वहीं दो लोगों को बेहतर इलाज के लिए जमुहार के मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भेजा गया है. बीमार लोगों की स्थिति फिलहाल सामान्य है.

घटना के बारे में ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार की शाम गांव में मोहर्रम को लेकर जुलूस निकाला गया था, जिसमें गांव में ही मेले जैसे दुकान सजे थे. उसी दुकान में से गांव के हैं, एक व्यक्ति द्वारा समोसे की दुकान लगाई गई थी. जिससे सभी गांव के लोगों ने समोसे खरीद कर अपने अपने घर ले गए ताकि अपने परिवार के साथ समोसे खाएंगे. समोसे खाने के बाद मंगलवार की देर रात एक एक कर समोसा खाने वाले सभी लोगों की तबीयत से बिगड़ने लगी.

जिसके बाद आनन-फानन में बुधवार की सुबह सभी बीमार लोगों को करगहर स्थित सीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद सभी बीमार लोगों को सासाराम सदर अस्पताल रेफर कर दिया. बीमार लोगों की इतनी संख्या थी कि उन्हें इलाज के लिए एंबुलेंस के अलावा अन्य कई साधनों से सासाराम सदर अस्पताल भेजा गया. सासाराम सदर अस्पताल पहुंचने के बाद भी ट्रामा सेंटर में एक साथ इतने लोगों के पहुंचने के बाद अफरातफरी का माहौल बन गया. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन के द्वारा अलग से सभी बीमार लोगों के इलाज के लिए व्यवस्था की गई, जहां सभी बीमार लोगों का इलाज जारी है.