2024 लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने बिहार वासियों को बड़ा तोहफा दिया है. मोदी सरकार ने राजधानी पटना के दीघा से लेकर सोनपुर तक के लिए 6 लेन पुल की मंजूरी दी है. केंद्र सरकार ने 3 हजार 64 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस पुल की मंजूरी केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में दी है. वहीं, केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि 42 महीने में इस पुल का निर्माण होगा. जिससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच कनेक्टिविटी और भी बेहतर हो जाएगी.
मोदी सरकार का बिहार वासियों को तोहफा
इसके साथ ही अनुराग ठाकुर ने बताया कि इस पुल के निर्माण से बौद्ध सर्किट भी पूरा होगा और बोधगया व राजगीर का वैशाली से संपर्क पहले से बेहतर हो जाएगा. आपको बता दें कि फिलहाल जेपी सेतु दीघा-सोनपुर के बीच है, जो तीन लेन का है. वहीं, इसके समांतर पुल बनाने की कवायद तो बहुत पहले से चल रही थी. बुधवार को मोदी कैबिनेट में पुल बनाने की मंजूरी दे दी गई. अब नए पुल को जेपी सेतु से जोड़ने के लिए अलग से करीब 3 किलोमीटर की सड़क का निर्माण किया जाएगा जिसे दक्षिण की तरफ से गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा. पुल के निर्माण के लिए पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड ने पहले ही मंजूरी दे दी है.
उत्तर बिहार से पटना आना होगा आसान
इस सिक्स लेन एक्स्ट्रा डोज केबल ब्रिज के निर्माण से उत्तर बिहार से पटना आने वाले लोगों को काफी फायदा होगा. इस ब्रिज के निर्माण के बाद जेपी सेतु के साथ ही यह एक और नया विकल्प हो जाएगा. ये पुल पटना को सारण, गोपालगंज और सीवान जैसे जिले से डायरेक्ट कनेक्ट करेगा. फिलहाल जेपी सेतु के नीचे रेलवे लाइन और ऊपर सड़क बना हुआ है. वर्तमान में ये पुल हल्वल हल्के वाहनों की आवाजाही के लिए हैं. जिसकी वजह से वर्तमान सड़क का उपयोग भारी वाहनों के परि माल और वस्तुओं के परिवहन के लिए नहीं किया जा सकता है. यह वस्तुओं की तेज आवाजाही के रास्ते में एक बड़ी बाधा है.
HIGHLIGHTS
- मोदी सरकार का बिहार वासियों को तोहफा
- उत्तर बिहार से पटना आना होगा आसान
- 3 हजार 64 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा पुल
Source : News State Bihar Jharkhand