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legislative council election ( Photo Credit : News Nation)
बिहार विधान परिषद की ( legislative council election ) 7 सीट पर चुनाव हो रहे हैं मगर इन सात सीटों ने ही बढ़ा दिया बिहार का राजनीतिक पारा ...बिहार विधान परिषद में कुल सदस्यों की संख्या 75 है, जिनमें विधायकों द्वारा निर्वाचित किए जाने वाले सदस्यों की संख्या 27 है. इसी 27 में से सात सीटें 21 जुलाई को रिक्त हो रही हैं. विधानसभा कोटे की इन सातों सीटों पर नामांकन नौ जून तक था और नामांकन पत्रों की जांच 10 जून को होगी, जबकि नाम वापसी की अंतिम तिथि 13 जून निर्धारित की गई है. सातों सीटों के लिए मतदान 20 जून को सुबह नौ बजे से चार बजे तक होगा. मतों की गणना 20 जून को ही शाम पांच बजे से होगी.
महागठबंधन में बिखराव ::
इस चुनाव में दलों के समीकरण से लेकर प्रत्याशियों के चुनाव तक बेहद रोचक रहा।महागठबंधन में कहने को लालू यादव की राजद,कांग्रेस और वाम दल हों मगर सच ये है कि इसमे राजद की चल रही है। विधानसभा सदस्यों के आधार पर महागठबंधन के कोटे में 3 सीट और 3 सीट पर राजद ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिये।सामाजिक और जातीय समीकरण का ख्याल रख लालू यादव ने कारी शोहेब,अशोक पांडेय और मुन्नी रजक को प्रत्याशी बनाया,मुन्नी रजक कपड़ा धोती हैं और आयरन करने का काम करती हैं सो इनके नाम ने खूब सुर्खियां बटोरीं। इसके बाद लालू यादव के दल के अंदर की नाराजगी की खबरें भी आईं और अब तो कांग्रेस भी काफी खफा है।लालू यादव की पार्टी से कांग्रेस खफा हो गयी है..महागठबंधन में होने के बावजूद काँग्रेस को नही मिल रहा तबज़्ज़ो...
हमारे संवाददाता रजनीश सिन्हा से बातचीत में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा गुस्से में परेशान दिखे।उन्होंने कहा हम विधानसभा में विपक्ष की हम दूसरी बड़ी पार्टी,राष्ट्रीय जनता दल को विधान परिषद चुनाव में हमसे पूछना चाहिए था,राजद को तीसरे सीट के लिए सिर्फ 14 वोट हैं,कांग्रेस और वाम दल को मिलनी थी एक सीट।एक सीट पर हमारा हक बनता है। जब राजद कांग्रेस के बीच की तल्खी पर न्यूज़ नेशन ने उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ये तो हद है की राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस इस तरह से राजद के आगे घुटने टेक रही है।
नीतीश कुमार की बनी बात ::
इस विधान परिषद चुनाव में फायदे में रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,एक विधान परिषद की सीट के लिए 31 विधायक चाहिए..ऐसे तो नीतीश कुमार के जद यू के पास 43 विधायक हैं,सो उनका हक एक सीट पर बनता था मगर भाजपा से 50 - 50 की डील कर गए नीतीश कुमार,4 सीट में दो दो सीट जद यू और भाजपा के खाते में आई।
कौन बने प्रत्याशी :::
बीजेपी ने जिन लोगों का नाम तय किया है, उनमें एक दरभंगा के हरि साहनी शामिल हैं. हरि 2015 में बहादुरपुर से बीजेपी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. वहीं 2020 के चुनाव में भी इन्हें दरभंगा के अलीनगर सीट से टिकट दिया गया था लेकिन बाद में नेतृत्व ने इनसे टिकट वापस ले लिया था. अब इन्हें पार्टी विधान परिषद भेजने जा रही है. वहीं एक नाम जहानाबाद के अनिल शर्मा का है. अनिल शर्मा पार्टी के पुराने और समर्पित नेता हैं. वे संगठन में कई पदों पर काम कर चुके हैं.
जद यू ने अपने पुराने कार्यकर्ताओं को तरजीह दी और रविन्द्र सिंह और अफाक अहमद खान ने नामांकन पर्चा दाखिल किया।एनडीए अपनी एकजुटता दिखा रहा सो नामांकन के वक़्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद एवं रेणू देवी,बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल,केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय एवं जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के साथ एनडीए के अन्य नेताओं की मौजूदगी रही. इस एक चुनाव ने बिहार की राजनीति को एक नया मोड़ दिया है,जिसका असर आने वाले वक्त में विपक्ष की राजनीति पर पड़ेगा....
Source : Rajnish Sinha