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केके पाठक समेत कई IAS अफसरों का तबादला हुआ है( Photo Credit : न्यूज स्टेट बिहार झारखंड)
बिहार सरकार द्वारा कई आईएएस अधिकारियों का तबादला किया है. इनमें विवादित मद्य निषेध विभाग के विवादित IAS केके पाठक की भी विदाई कर दी गई है. अब केके पाठक को अगले आदेश तक अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार, पटना के पद पर तैनात किया गया है. इसके आलावा पाठक महानिदेशक, बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान- बिपार्ड, पटना के अतिरिक्त प्रभार की भी जिम्मेदारी संभालेंगे. वहीं, सीएम के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ को गृह विभाग का नया अपर मुख्य सचिव बनाया गया है. दूसरी तरफ कई आरोपों का सामना कर रहे प्रत्यय अमृत को एक और विभाग का जिम्मा दे दिया गया है. उन्हें आपदा प्रबंधन विभाग का भी अपर मुख्य सचिव बनाया गया है.
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इन आईएएस अधिकारियों का तबादला
इसके अलावा चैतन्य प्रसाद को अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग और अपर मुख्य सचिव, निगरानी विभाग से पदमुक्त करते हुए अपर मुख्य सचिव, जल संसाधन विभाग, बिहार, पटना के पद पर नवीन तैनाती दी गई है. इसके अलावा चैतन्य प्रसाद अगले आदेश तक अपर मुख्य सचिव, लघु जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त प्रभार की भी जिम्मेदारी संभालेंगे.
दूसरी तरफ, लंबे समय बाद एस. सिद्धार्थ को वित्त विभाग से पदमुक्त किया गया है. सिद्धार्थ सीएम के प्रधान सचिव और कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव भी हैं. आईएएस सिद्धार्थ को वित्त विभाग से हटा कर बिहार के गृह विभाग की जिम्मेवारी दी गयी है. इसके अलावा वे सीएम के मुख्य सचिव और कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव का भी काम देखेंगे.
केके पाठक रहे हैं विवादों में
बिहार के सीनियर आईएएस अधिकारी केके पाठक का एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था. जिसमें वो गाली देते हुए सुनाई दे रह थे साथ ही बिहार राज्य की बुराई भी कर रहे थे जिसके बाद उनकी खूब किरकिरी हुई लेकिन अब इस मामले में एक नई बात निकलकर सामने आई थी. जहां अब कार्रवाई केके पाठक पर नहीं बल्कि उस पर होगी जिसने ये वीडियो वायरल किया है. अधिकारी उसकी तलाश में जुट चुके हैं. बिहार पुलिस अब इस बात की जांच करेगी कि ये वीडियो किसने बनाया और कैसे इन सभी बातों की जांच की जाएगी.
वीडियो लीक करने वाले पर होगी कार्रवाई
आर्थिक अपराध इकाई इस पूरे मामले की जांच कर रही है, लेकिन अब ईओयू ये पता लगाएगी कि केके पाठक का गाली देने वाला वीडियो किसने बनाया और फिर लीक क्यों और कैसे कर दिया. इन सब के पीछे उसका मकसद क्या था और इस जांच को लेकर कहा जा रहा है कि ये जांच इसलिए हो रही है ताकि कोई दूसरा ऐसा करने की हिम्मत ना करें .
बिपार्ड ने दर्ज कराई शिकायत
आपको बात दें कि ईओयू ने ये जांच बिहार लोक सेवा एवं ग्रामीण विकास संस्थान की शिकायत पर शुरू की है. जिसके प्रमुख खुद केके पाठक हैं जो अधिकारियों को ट्रेनिंग देने का काम करते हैं. सबसे दिलचस्प बात तो ये है कि गालीगलौज का जो वीडियो लीक हुआ था वह बिहार सरकार के मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की बैठक की थी और केके पाठक इस विभाग के भी अपर मुख्य सचिव हैं, लेकिन मद्य निषेध विभाग की बैठक का वीडियो लीक होने की शिकायत बिपार्ड ने दर्ज कराई है. जिसकी जांच बिहार सरकार की ईओयू कर रही है.
HIGHLIGHTS
- बिहार सरकार ने किया कई आईएएस अफसरों का तबादला
- गालीबाज आईएएस केके पाठक मद्य निषेध विभाग से हटाए गए
- कई शीर्ष आईएएस अधिकारियों का किया गया तबादला
Source : News State Bihar Jharkhand