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शिवरात्रि के साथ आज मंगला गौरी का है व्रत, जानें क्या है पूजन विधि

श्रावण मास शिवरात्रि एवं माँ मंगला गौरी व्रत का बड़ा ही दुर्लभ संयोग है . सुयोग्य और मनवांछित वर प्राप्त करने के लिए , विवाहित महिलाओं के द्वारा अपने पति व संतान के लम्बें व सुखी जीवन की कामना के लिये यह व्रत विशेष रुप से करना चाहिए.

Updated on: 26 Jul 2022, 11:59 AM

Patna:

सावन के महीनें में भगवान भोले नाथ की आराधना की जाती है. सावन का पूरा महीना ही भगवान भोले नाथ का होता है. हर दिन उनकी पूजा की जाती है. लेकिन सावन महीने में आने वाली शिवरात्रि का विशेष महत्व माना जाता है. आज शिवरात्रि के साथ - साथ  मंगला गौरी का व्रत भी है. माना जाता है कि सावन शिवरात्रि का व्रत रखने से भगवान भोलेनाथ के आशीर्वाद के साथ मां गौरी की कृपा भी मिलती है. 

मंगलवार दिनाँक 26 जुलाई 2022 को श्रावण मास शिवरात्रि एवं माँ मंगला गौरी व्रत का बड़ा ही दुर्लभ संयोग है . विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश शास्त्री जी के अनुसार भोले नाथ के प्रिय मास शिवरात्रि एवं माँ पारवती का प्रिय माँ मंगला गौरी व्रत का एक साथ एक ही दिन आना बहुत दुर्लभ होता है . सुयोग्य और मनवांछित वर प्राप्त करने के लिए , विवाहित महिलाओं के द्वारा अपने पति व संतान के लम्बें व सुखी जीवन की कामना के लिये यह व्रत विशेष रुप से करना चाहिए.
 
पूजन विधि 

भोलेनाथ का विधिवत पूजन अर्चन करके माँ मंगला गौरी की विधि विधान से पूजा करें . माँ की प्रतिमा को जल, दूध, दही से स्नान करा, वस्त्र आदि पहनाकर रोली, चन्दन, सिन्दुर, मेंहन्दी व काजल लगाये . श्रंगार की सोलह वस्तुओं से माता को सजाये. सोलह प्रकार के फूल- पत्ते की माला चढ़ाये , फिर मेवे, सुपारी, लौग, मेंहदी, शीशा, कंघी व चूडियां चढ़ाये. माँ मंगला गौरी की कथा सुने. अंत में मंगला गौरी की आरती करे,पुष्पांजलि करे और क्षमा प्रार्थना करें . आज से मंगलागौरी पांच वर्ष तक मंगला गौरी पूजन करने के बाद पांचवे वर्ष के श्रावण के अंतिम मंगलवार को इस व्रत का उद्यापन करना चाहिए.

जानिए अपनी राशि अनुसार माँ मंगला गौरी की पूजा अर्चना,मन्त्र के जाप के बारे में  
 

मेष राशि

मेष राशि वाली अविवाहित कन्यायै ,सुहागिन महिलाये आज माँ गौरी का अभिषेक गाय के कच्चे दूध में शहद मिलाकर करें. लाल रंग की बिंदिया , चन्दन एवं फूल चढ़ाना चाहिए.  ॐ मधुमत्यै नमः मंत्र का जाप करें .  सुयोग्य जीवन साथी और पूर्ण दाम्पत्य सुख प्राप्त होगा . 

वृष राशि  

वृष राशि वाली अविवाहित कन्यायै ,सुहागिन महिलाये आज माँ गौरी का अभिषेक दही से करें. सफेद मोगरे के पुष्प का गजरा ,चांदी की बिछिया अर्पणकरें .  ॐ गिरिजायै नमः मंत्र का जाप करें . सुयोग्य जीवन साथी और पूर्ण दाम्पत्य सुख प्राप्त होगा.  


मिथुन राशि  

मिथुन राशि वाली अविवाहित कन्यायै ,सुहागिन महिलाये आज माँ गौरी का अभिषेक गन्ने के रस से करें . गुलाब के पुष्पों की माला ,मेहंदी हल्के हरे रंग की लिपिस्टिक माता रानी को अर्पण करें .  ॐ कामाक्ष्यै नमः मंत्र का जाप करें . सुयोग्य जीवन साथी और पूर्ण दाम्पत्य सुख प्राप्त होगा.  


कर्क राशि

कर्क राशि वाली अविवाहित कन्यायै ,सुहागिन महिलाये आज माँ गौरी का अभिषेक दूध में शक्कर मिलाकर करें . मोगरे के पुष्पों की माला ,माता रानी के चरणों के लिए चांदी की छोटी पायजेब अर्पण करें . ॐ कान्तायै नमः मन्त्र का जाप करें . सुयोग्य जीवन साथी और पूर्ण दाम्पत्य सुख प्राप्त होगा . 


सिंह राशि

सिंह राशि वाली अविवाहित कन्यायै ,सुहागिन महिलाये आज माँ गौरी का अभिषेक मधु अथवा गुड़ युक्त जल से करें . कमल का पुष्प , लाल चन्दन ,गोल्डन रंग की बिंदिया अर्पण करें . ॐ मदनसुन्दर्यै नमः मन्त्र का जाप करें . सुयोग्य जीवन साथी और पूर्ण दाम्पत्य सुख प्राप्त होगा.

कन्या राशि

कन्या राशि वाली अविवाहित कन्यायै ,सुहागिन महिलाये आज माँ गौरी का अभिषेक आंवले के रस से करें . शमी पत्र ,हरी ओढ़नी माँ को अर्पण करें. ॐ मालिन्यै नमः मन्त्र का जाप करें.  सुयोग्य जीवन साथी और पूर्ण दाम्पत्य सुख प्राप्त होगा.

तुला राशि

तुला राशि वाली अविवाहित कन्यायै ,सुहागिन महिलाये आज माँ गौरी का अभिषेक अंगूर के रस या मिश्री मिले दूध से करें . मोगरे के पुष्पों से बना गजरा, चांदी का नाक का कांटा अर्पण करें . ॐ त्रिशक्त्यै नमः मंत्र का जाप करें . सुयोग्य जीवन साथी और पूर्ण दाम्पत्य सुख प्राप्त होगा .
 

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वाली अविवाहित कन्यायै ,सुहागिन महिलाये आज माँ गौरी का अभिषेक अनार के रस से करें . लाल फूल, लाल चन्दन ,लाल चूनरी माँ को अर्पण करें . ॐ महासिद्धयै नमः मंत्र का जाप करें . सुयोग्य जीवन साथी और पूर्ण दाम्पत्य सुख प्राप्त होगा.