logo-image

देश भर में मकर संक्रांति की धूम, जानिए इस साल कब है शुभ मुहूर्त

मकर संक्रांति को लेकर पूरे देश में धूम मची है. खास कर बिहार में अलग ही रौनक बाजारों में देखने को मिल रही है. हिन्दू धर्म में इसे एक प्रमुख त्योहार माना जाता है. देश के हर क्षेत्र में इसे अलग अलग मान्यताओं के साथ धूम धाम से मनाया जाता है.

Updated on: 14 Jan 2023, 09:35 AM

highlights

  • मकर संक्रांति को अलग अलग नामों से जाता है जाना
  • इस साल मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाया जाएगा
  • मकर संक्रांति के दिन तिल खाने की है परंपरा 

Patna:

मकर संक्रांति को लेकर पूरे देश में धूम मची है. खास कर बिहार में अलग ही रौनक बाजारों में देखने को मिल रही है. हिन्दू धर्म में इसे एक प्रमुख त्योहार माना जाता है. देश के हर क्षेत्र में इसे अलग अलग मान्यताओं के साथ धूम धाम से मनाया जाता है. मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तर दिशा की ओर घूमते हुए मकर राशि से मिथुन राशि तक भ्रमण करता है जिसे उत्तरायण भी कहा जाता है. ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है. मकर संक्रांति को हर राज्य में अलग अलग नामों से जाना जाता है. 

मकर संक्रांति के दिन तिल खाने की है परंपरा 

मकर संक्रांति को उत्तरायण, खिचड़ी, टहरी, पोंगल आदि जैसे नामों से अलग अलग राज्यों में जाना जाता है. मकर संक्रांति के दिन स्नान, दान, पूजा-पाठ और तिल खाने की परंपरा है. आज के दिन लोग नदी या अपने घर में स्नान करते हैं जिसके बाद दान कर तिल से बने लड्डू या बिहार का प्रसिद्ध तिलकुट, दही, चूड़ा आदि खाते हैं. 

15 जनवरी को मनाया जाएगा मकर संक्रांति 

वैसे तो हर साल मकर संक्रांति 14 जनवरी के दिन ही मनाया जाता है लेकिन इस साल मकर संक्रांति की तिथि को लेकर लोगों में असमंजस है. पंचांग के अनुसार, इस साल सूर्य शनिवार, 14 जनवरी की रात में 08:21 मिनट पर धनु राशि से निकल कर मकर राशि में प्रवेश करेंगे. यानि के इस साल मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाया जाएगा.

यह भी पढ़ें : शरद यादव को आज उनके पैतृक गांव में दी जाएगी अंतिम विदाई, कई राजनीतिक दिग्गज होंगे मौजूद

शुभ मुहूर्त

पुण्य काल - 15 जनवरी 2023 को सुबह 7 बजकर 17 मिनट से शाम 5 बजकर 55 मिनट तक

महा पुण्य काल - 15 जनवरी 2023: सुबह 7 बजकर 17 मिनट से सुबह 9 बजकर 04 मिनट तक

मकर संक्रांति के दिन क्या करना चाहिए 

मकर संक्रांति के दिन दान करना सबसे जरूरी माना जाता है. इस दिन जिन लोागें की कुंडली में शनि और सूर्य का अशुभ प्रभाव है. वे इस दिन काले तिल का दान जरूर करें. इससे उन्हें लाभ मिलेगा. ऐसा माना जाता है कि काले तिल का दान करने से शनि की साढ़े साती और ढैय्या से राहत मिल जाती है. वहीं, मकर संक्रांति के दिन आप काले तिल से सूर्य देव की भी पूजा करें इससे आपको विशेष लाभ मिलेगा. इसलिए मकर संक्रांति के दिन दान-दक्षिणा जरूर करें किसी भी भिखारी या साधु को अपने घर के द्वार से खाली हाथ ना जाने दें.