बिहार में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. पुलिस अब पूर्ण रूप से एक्शन मोड में आ गई है. पिछले कुछ महीनों में पुलिस ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में कई कुख्यात बदमाशों को एनाकाउंटर में ढेर किया है. दर्जनों अपराधियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जनवरी 2025 में एसटीएफ ने 50-50 हजार के इनामी दो आरोपियों को मार गिराया है. आठ नक्सलियों को भी गिरफ्तार किया गया है. इसमें 29 बदमाश शामिल हैं. बिहार पुलिस ने कड़े शब्दों में साफ कर दिया है कि जो भी कानून तोड़ेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा.
संगठित अपराध और नक्सलवाद पर लगाम
पिछले तीन महीनों में बिहार के कई जिलों, जैसे- पटना, मुंगेर, गया, भोजपुर और अररिया में पुलिस ने चार बड़े एनकाउंटर किए. पुलिस ने इस दौरान, कई आरोपियों को गिरफ्तार किया और साथ ही अपराधियों के नेटवर्क को भी नष्ट किया. एसटीएफ और जिला पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन से नक्सलियों और माफियाओं पर शिकंजा कसा जा रहा है. बिहार पुलिस सख्त है, जिससे अपराधियों में डर बस गया है.
डिजिटल डेटाबेस तैयार कर रही है पुलिस
सरकार ने झारखंड की सीमा से सटे इलाकों में भी अपना अभियान तेज कर दिया है. पुलिस का लक्ष्या है कि अगले तीन महीने में नक्सल गतिविधियों को पूर्ण रूप से नष्ट कर दिया जाए. बिहार पुलिस अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई को और प्रभावी बनाने के लिए डिजिटल डेटाबेस तैयार कर रही है. डेटा अपराधियों की गतिविधियों को ट्रैक करने और उनके खिलाफ सटीक कार्रवाई सुनिश्चित करने में मदद करता है.
अपराधियों को संरक्षण देने वाले लोगों पर भी होगी कार्रवाई
पुलिस प्रदेश के टॉप-10 और टॉप-20 अपराधियों की सूची को लगातार अपडेट कर रही है. जेल में बंद अपराधियों और प्रदेश के बाहर रहकर संगठित अपराध को संचालित करने वाले लोगों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. खास बात है कि इन अपराधियों को संरक्षण देने वाले लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
सुशासन के लिए मुख्यमंत्री का संकल्प
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्पष्ट संदेश है कि कानून व्यवस्था में कोई भी ढील बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पुलिस को पूरी स्वतंत्रता दी गई है और अपराध पर नियंत्रण के लिए संसाधन मुहैया कराए जा रहे हैं.