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टिंकू हत्याकांड के मुख्य आरोपी ने कोर्ट में किया सरेंडर, खुद को बताया बेगुनाह

जमशेदपुर के सोनारी थाना अंतर्गत सी रोड में अजय साव की हत्या करने के मुख्य आरोपी मनीष सिंह ने शुक्रवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया. पुलिस के दबाव में आकर उसने कार्ट में सरेंडर कर दिया है.

Updated on: 12 Aug 2022, 08:28 PM

Jamshedpur:

जमशेदपुर के सोनारी थाना अंतर्गत सी रोड में अजय साव की हत्या करने के मुख्य आरोपी मनीष सिंह ने शुक्रवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया. पुलिस के दबाव में आकर उसने कार्ट में सरेंडर कर दिया है. मनीष ने ही अजय की हत्या की सुपारी दी थी. उधर मनीष ने सोशल मीडिया के माध्यम से एक बयान भी जारी किया है. 1.26 मिनट के एक वीडियो में उसने बताया कि उसने अजय की हत्या नहीं की है. इस मामले में उसे फंसाया गया है. हत्या में सोनारी का बबन राय शामिल है. बबन कई तरह के अवैध काम करता है जिसमें जुआ अड्डा मुख्य है. जिसका उसने विरोध किया. इसी कारण से बबन ने उसे फंसा दिया है. घटना के वक्त वह अपने परिवार के साथ वैष्णो देवी की यात्रा पर था. उसे पुलिस और न्यायालय पर पूरा भरोसा है कि पुलिस इस मामले की जांच करें. बता दे कि 29 जुलाई को सी रोड में अजय साव की हत्या कर दी गई थी. 

इस मामले में पुलिस ने अब तक कुल 6 अवैध हथियार के साथ 9 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें जुगसलाई पांडे कॉलोनी निवासी सन्नी सिंह, आदित्यपुर माझी टोला निवासी रोहित मिश्रा, जुगसलाई गौशाला नाला रोड निवासी संजीव मिश्रा उर्फ भोलू, टकलू लोहार, टुनटुन यादव के अलावा अन्य शामिल है जबकि आरोपी मटका किंग रंजीत झा ने न्यायालय में सरेंडर कर दिया था. मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी लक्ष्मी साव के बयान पर मनीष सिंह, रंजित झा, दीपक सिंह, राहुल, नदीम, फरहान खान, सैंकी गोयल, गुड्डू गोस्वामी, राजा सिंह और एक अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी.

चार नामजद अब भी है पुलिस गिरफ्त से बाहर
टिंकू हत्याकांड में चार नामजद अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है. इसमें भुइयांडीह का रहने वाला मनीष, गोलमुरी का रहने वाला नदीम, फरहज खान, सीतारामडेरा के देवनगर में अमरजीत का किरायेदार सैंकी गोयल शामिल है. चारों के ठिकाने पर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन वे फरार हो गये हैं. इसमें नदीम और फरहज का नाम पहली बार हत्या में आया है.

वर्चस्व को लेकर ही हुई थी घटना
टिंकू की हत्या में भी यह बात सामने आयी है कि वर्चस्व को लेकर ही घटना को अंजाम दिया गया है. कभी दोनों दोस्त हुआ करते थे, लेकिन उसके बाद दोनों के बीच तना- तनी हो गयी. इसी का नतीजा है कि टिंकू को रास्ते से हटा दिया गया.