भागलपुर में पुल गिरने के मामले में लगातार सियासत हो रही है. अब बीजेपी ने मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है और इसके लिए बालासोर रेल हादसे का उदाहरण दिया है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि जब बालासोर रेल दुर्घटना की जांच रेलवे सुरक्षा आयुक्त के अलावा सीबीआई से भी करायी जा सकती है, तो बिहार में निर्माणाधीन महासेतु के बार-बार ढहने की जांच भी तकनीकी कमिटी की जांच के साथ-साथ सी बी आई से भी करायी जा सकती है. सुशील मोदी ने कहा कि महासेतु के डिजाइन में गलती थी या नहीं, इसकी जांच तो तकनीकी विशेषज्ञ ही करेंगे, लेकिन ऐसे कई सवाल हैं, जिनकी जांच वे नहीं कर सकते.
ये भी पढ़ें-राहुल गांधी ने दे दिया नीतीश को समय: अब 23 जून को होगी विपक्षी दलों की बैठक
उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में इतनी देर क्यों हुई, जिससे इसका बजट 600 बढाकर 1710 करोड़ रुपये करना पड़ा? किनको लाभ पहुंचाने के लिए निर्माण में लापरवाही बरती गई? सुशील मोदी ने कहा कि महासेतु निर्माण में अनियमितता, प्रशासनिक लापरवाही, भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी को राजनीतिक संरक्षण देने जैसे मामले की जांच सीबीआई ही कर सकती है. उन्होंने कहा कि जब पुल का शिलान्यास मुख्यमंत्री ने किया और वे ही इसके निर्माण की मानीटरिंग कर रहे थे, तब कहाँ गलती हुई, इसकी जांच तकनीकी कमेटी कैसे कर सकती है?
कौन लेगा जिम्मेदारी...?
सुशील मोदी ने कहा कि जिस एजेंसी की गलती से महासेतु के पाये बार-बार ढहते रहे , उसी एजेंसी से नया पुल बनाने की बात सरकार कैसे कह सकती है? उन्होंने कहा कि क्या निर्माण एजेंसी से इस बात का करार हुआ है कि पुल गिरने या निर्माण में गड़बड़ी पाये जाने पर नया पुल भी उसे ही बनाना पड़ेगा? यदि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ, तो पहले वाली एजेंसी से नया महासेतु कैसे बनवाया जा सकता है? सुशील मोदी ने कहा कि अब अगर नया पुल बनेगा, तो फिर नौ साल लगेंगे और इसका बजट भी 3000 करोड़ तक बढ़ सकता है. उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?
दोषियों पर होगी कार्रवाई
वहीं, इस मामले में बीजेपी लगातार सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही है. इन बयानों का पलटवार करते हुए तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी क्या सवाल उठा रही है इससे कोई मतलब नहीं है. दोषियों पर सरकार सख्त एक्शन लेगी.
कंपनी से की जाएगी भरपाई
वहीं, तेजस्वी ने बताया कि पिछली बार जब पुल का हिस्सा गिरा था तब भी भरपाई सरकार ने नहीं की थी. इस बार भी भरवाई सरकार नहीं करेगी, निर्माण कर रही कंपनी से ही इसकी राशी वसुली जाएगी. आपको बता दें कि मामले में कार्रवाई शुरू हो गई है. पथ निर्माण विभाग ने कार्रवाई करते हुए कार्यपालक अभियंता को सस्पेंड कर दिया है. वहीं, पुल बना रही कंपनी एसपी सिंग्ला को शो-कॉज नोटिस जारी कर दिया है और 15 दिन के अंदर जवाब तलब किया है.
वित्त मंत्री का बयान
वहीं, भागलपुर में पुल टूटने की घटना पर बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि सरकार पूरे मामले की जांच कर रही है. सीएम ने इस पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है. विजय चौधरी ने कहा कि इस घटना में जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई होगी. वहीं, बीजेपी पर सवाल उठाते हुए विजय चौधरी ने कहा अगर इस घटना को लेकर यदि बीजेपी के पास कोई साक्ष्य है तो वह सरकार को दे ताकि सरकार इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई कर सकें.
HIGHLIGHTS
- महासेतु पुल गिरने के मामले में हो रही जमकर राजनीति
- बीजेपी लगातार कर रही महागठबंधन सरकार पर हमला
- सुशील मोदी ने की मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग
Source : News State Bihar Jharkhand