logo-image

झंझारपुर से कौन होगा 'VIP' उम्मीदवार, मुकेश सहनी ने लिया बड़ा फैसला

Bihar Politics News: पहले ये सीट राजद ने अपने पास रखी थी लेकिन उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गयी थी. वहीं, राजद से लेकर जदयू और भाजपा तक के नेता राजद से टिकट पाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाने लगे.

Updated on: 08 Apr 2024, 04:15 PM

highlights

  • झंझारपुर से कौन होगा 'VIP' उम्मीदवार? 
  • मुकेश सहनी ने लिया बड़ा फैसला
  • क्या RJD का होगा उम्मीदवार?

Madhubani :

Bihar Politics News: बिहार में बढ़ती सियासी बयानबाजी के बीच महागठबंधन में झंझारपुर सीट को लेकर शुरू से ही सस्पेंस बना हुआ है. पहले ये सीट राजद ने अपने पास रखी थी लेकिन उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गयी थी. वहीं, राजद से लेकर जदयू और भाजपा तक के नेता राजद से टिकट पाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाने लगे. हालांकि, शुक्रवार को यह सीट वीआईपी को दे दी गई थी. अब वीआईपी किसे अपना उम्मीदवार बनाएगी, इस पर सस्पेंस बरकरार है. वहीं अब उम्मीदवारों की रेस में एक नया नाम सामने आया है जो एक महिला उम्मीदवार है. अब ये खबर हर किसी को हैरान कर सकती है. 

यह भी पढ़ें: नीतीश कुमार ने छू लिए PM मोदी के पैर, RJD ने वीडियो शेयर कर कसा तंज

चर्चा में बिंदु गुलाब यादव का नाम शामिल

आपको बता दें कि राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पूर्व राजद प्रत्याशी और पूर्व विधायक गुलाब यादव की बेटी और जिला परिषद अध्यक्ष बिंदू गुलाब यादव झंझारपुर से वीआईपी उम्मीदवार हो सकती हैं. हालांकि, गुलाब यादव ने फिलहाल इसको लेकर पुष्ट नहीं किया है. उन्होंने ने केवल एक ही बात कही है कि, ''एक-दो दिन इंतजार करें.'' वहीं, पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि मुकेश सहनी खुद यहां से चुनाव लड़ें, अगर नहीं तो वीआईपी का कोई पुराना साथी लड़े. इस सिलसिले में वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव मिश्रा का नाम सामने आ रहा है.

क्या RJD का होगा उम्मीदवार?

आपको बता दें कि राजीव मिश्रा पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा के रिश्तेदार हैं. अब इसको लेकर ऐसी भी अटकलें हैं कि टिकट वीआईपी का होगा और उम्मीदवार राजद के अंदर से ही दिया जाएगा, जिसमें प्रशांत मंडल का नाम भी शामिल है. वहीं, बीजेपी के जिस पूर्व एमएलसी के नाम पर चर्चा चल रही थी, उस पर भी तेजस्वी यादव को आपत्ति है.

इसके साथ ही आपको बता दें कि जेडीयू नेता भी टिकट की रेस से बाहर हो गए हैं. देवेन्द्र यादव ने टिकट बंटवारे पर नाराजगी जताते हुए लालू यादव को पत्र भी लिखा था. वहीं, जब से यह सीट वीआईपी के खाते में गई है, तब से निषाद समुदाय के वोट प्रतिशत को लेकर चर्चा तेज हो गई है. कोई कहता है कि एक लाख वोट निषाद समुदाय के हैं तो कोई कहता है 1.75 लाख है और कोई कैवट को निषाद समुदाय से भी जोड़ रहा है.