'बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ' अभियान का नारा लगाने वाले राज्य बिहार में आज भी बेटी को दहेज प्रथा का शिकार होना पड़ रहा है. ताजा मामला बायसी अनुमंडल अंतर्गत डगरूआ थाना क्षेत्र बेलगच्छी पंचायत के वार्ड 14 गंडवास गांव का है, जहां एक प्रेमी जोड़े को लड़के के परिवारवालों ने दहेज के लालच में अंधा होकर अलग कर दिया है. इस मामले का खुलासा करते हुए पीड़िता रफत जहां की बड़ी बहन शहनाज़ ने बताया कि उनकी छोटी बहन और उसके ही गांव के मोहम्मद जोहित दोनों एक दूसरे से प्रेम करते थे. फिर दोनों ने भाग कर शादी करने के इरादा से मदरसा पहुंचे, लेकिन बात परिवार तक पहुंच गई और लड़के वालों के परिवार ने लड़की को समझा-बुझाकर यह कह के घर ले आए कि घर में जाकर धूमधाम से दोनों की शादी कर दी जाएगी.
अब लड़के के परिवार के द्वारा लगातार दहेज की डिमांड की जा रही है. इसे पूरा ना कर पाने की हालत में प्रेमी कहीं गायब हो गया है और प्रेमिका प्रेमी के घर में अपने ससुर व देवर के द्वारा प्रतारित हो रही है. इस मामले में डगरुआ थाना में लिखित आवेदन के माध्यम से मदद की गुहार लगाई, लेकिन समय पर मदद नहीं मिलने पर पीड़ित प्रेमिका का परिवार अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी का दरवाजा खटखटाने बायसी पहुंचे. आखिर कब तक दहेज के लिए बेटी को प्रताड़ित किया जाएगा, कब इस कुप्रथा पर रोक लगेगी, अपने आप में एक बड़ा सवाल है. देखना यह है कि क्या बायसी पुलिस के द्वारा पीड़ित प्रेमिका को मदद मिल पाएगी या क्या उनकी शादी उनके प्रेमी से होगी या फिर उन्हें भी दहेज प्रथा का शिकार होना पड़ेगा.
रिपोर्टर- किशोर कुमार
Source : News State Bihar Jharkhand