सावन के महीने में चमत्कार, भगवान शिव की सवारी नंदी पी रहे दूध और पानी
मामला शहर के निजामुद्दीनपुर मोहल्ले स्थित शिव मंदिर का है. शनिवार सुबह से ही यह खबर फैली कि शिव मंदिरों में स्थापित बसहा बैल यानी नंदी जल ग्रहण कर रहे हैं.
highlights
- भक्तों के मुताबिक भगवान शिव के वाहन नंदी पी रहे दूध और पानी.
- बिहार के जहानाबाद स्थित निजामुद्दीनपुर के शिव मंदिर का मसला.
- 1995 में गणेशजी के दूध पीने की खबरें आईं थीं देश भर से.
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सावन के महीने में शिव भक्तों के लिए कई ऐसी खबरें भी आ रही हैं, जो किसी चमत्कार से कम नहीं हैं. कुछ दिन पहले कर्नाटक के एक तालाब से भगवान शिव के वाहन नंदी की प्राचीन मूर्तियां निकलीं. इस कड़ी में एक चमत्कारिक खबर बिहार के जहानाबाद से आ रही है. स्थानीय लोगों में इस बात की जोरों से चर्चा है कि शिव मंदिर में स्थापित नंदी पानी और दूध पी रहे हैं. आलम यह है कि लोग पानी और दूध लेकर मंदिर में लाइन लगाए खड़े हुए हैं.
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निजामुद्दीनपुर मोहल्ले में है शिव मंदिर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला शहर के निजामुद्दीनपुर मोहल्ले स्थित शिव मंदिर का है. शनिवार सुबह से ही यह खबर फैली कि शिव मंदिरों में स्थापित बसहा बैल यानी नंदी जल ग्रहण कर रहे हैं. देखते ही देखते आस-पास के मोहल्लों में यह खबर आग की तरह फैल गई. इसके बाद लोगों का हुजूम जल और दूध लेकर मंदिरों की ओर चल पड़ा. इसके बाद कुछ भक्तों ने दावा किया कि ऐसा चमत्कार वास्तव में हो रहा है.
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भक्तों का कहना हो रहा चमत्कार
स्थानीय लोगों के मुताबिक मंदिर में मौजूद श्रद्धालु भी ये दावा करने लगे कि उनके हाथ से नंदी की मूर्ति ने जल ग्रहण किया है. गौरतलब है कि 1995 में भी गणेश चतुर्थी के दिन यह अफवाह फैली थी कि गणेश प्रतिमाएं दूध पी रही हैं. देखते ही देखते मंदिरों में भीड़ लग गई. न्यूज चैनलों पर अटलजी समेत कई नेता गणेशजी को दूध पिलाते दिखे. इसके बाद समय-समय पर दूसरे देवी-देवताओं के दूध पीने की खबर भी आती रहीं.
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