/newsnation/media/post_attachments/images/2024/06/06/nitish-kumar-jdu-72.jpg)
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार( Photo Credit : Newsstate Bihar Jharkhand)
Modi Cabinet: देश में 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद यह तय हो गया है कि केंद्र में तीसरी बार एनडीए की सरकार बनने जा रही है. हालांकि, इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए मंत्रिमंडल तय करना आसान नहीं होगा. एक तरफ बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत नहीं है तो दूसरी तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू भी एनडीए सरकार में अहम भूमिका में है. ऐसे में माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2025 की तैयारी के लिए मनचाहा मंत्रालय मांग सकते हैं.
आपको बता दें कि बुधवार (5 जून) को दिल्ली में एनडीए नेताओं की बैठक हुई. सभी ने एक स्वर में ऐलान किया कि एनडीए की सरकार बनेगी और नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री होंगे. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे बिना किसी शर्त के एनडीए सरकार को समर्थन दे रहे हैं. हालांकि, दूसरी ओर जेडीयू भी अपनी पसंद का मंत्रिमंडल चाहती है. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि जेडीयू की नजर रेल मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय और जल संसाधन मंत्रालय पर है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जेडीयू की पसंद परिवहन और कृषि मंत्रालय भी हो सकता है.
यह भी पढ़ें: तीसरे कार्यकाल में एनडीए सरकार का काम भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने का होगा : पीएम मोदी
केंद्र में दो बार रेल मंत्री रह चुके हैं नीतीश कुमार
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2005 में मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन इससे पहले वे 2004 तक केंद्र में दो बार रेल मंत्री रह चुके हैं. नीतीश कुमार केंद्र में तीन बार मंत्री पद संभाल चुके हैं. बता दें कि वे सबसे लंबे समय तक रेल मंत्री रहे. वे करीब सवा साल तक कृषि मंत्री भी रहे और कार्यवाहक मंत्री के तौर पर डेढ़ महीने तक भूतल परिवहन मंत्री भी रहे.
इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को रेल मंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल के दौरान किए गए कामों के लिए भी जाना जाता है. बिहार में कई नई रेल लाइनें शुरू की गईं और रेल मंत्रालय के तहत बिहार में कई विकास कार्य किए गए. उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नीतीश कुमार को विकास पुरुष का नाम दिया था. उस समय नीतीश कुमार अपने कामों के लिए काफी मशहूर हो चुके थे और बिहार की जनता उनसे काफी प्रभावित थी. नतीजा यह हुआ कि 2005 में 206 विधायकों के साथ नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन गए. अब नीतीश कुमार यह मौका नहीं छोड़ना चाहेंगे.
HIGHLIGHTS
- मोदी कैबिनेट में ये बड़े मंत्रालय चाहती है JDU!
- केंद्र में दो बार रेल मंत्री रह चुके हैं नीतीश कुमार
- NDA में नायडू ने पहले राखी थी मांग
Source :News Nation Bureau