बिहार के सुपौल जिले में रविवार को मौसम ने अपना रौद्र रूप दिखाया. जिले के सिमराही नगर पंचायत के वार्ड नंबर 1 में तेज गरज और बारिश के बीच अचानक वज्रपात (ठनका) हुआ, जिसकी चपेट में आकर एक ही परिवार के चार सदस्य गंभीर रूप से झुलस गए. वहीं, इस हादसे में एक मवेशी की मौके पर ही मौत हो गई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, वार्ड नंबर 1 निवासी जोगी नारायण शर्मा (70), भुलुर देवी (50), सुशीला देवी (35) और छह वर्षीय रोहित कुमार अपने घर के बाहर रोजमर्रा के कामों में व्यस्त थे. तभी अचानक आसमान से तेज आवाज के साथ बिजली गिरी और सभी चारों लोग उसकी चपेट में आ गए. घटना के वक्त पास में बंधा एक मवेशी भी वज्रपात की चपेट में आ गया, जिसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई.
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने घायलों को आनन-फानन में राघोपुर के रेफरल अस्पताल पहुंचाया, जहां चारों का इलाज जारी है. अस्पताल के ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर दीप नारायण राम ने बताया कि सभी को समय पर प्राथमिक उपचार मिल गया है और उनकी हालत फिलहाल स्थिर है. डॉक्टरों की टीम लगातार मरीजों पर निगरानी रखे हुए है.
इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. मौसम विभाग ने पहले ही इस तरह की आशंका जताते हुए अलर्ट जारी किया था. विभाग ने चेतावनी दी थी कि अगले 48 घंटों के भीतर बिहार के कई जिलों में तेज बारिश, वज्रपात और मेघगर्जन की स्थिति बन सकती है. सुपौल जिला भी इस चेतावनी में शामिल था, और रविवार को वह आशंका हकीकत में बदल गई.
इधर, जिला प्रशासन ने पीड़ित परिवार को राहत पहुंचाने के लिए त्वरित कदम उठाए हैं. प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि मौसम विभाग की चेतावनी को हल्के में न लें और खराब मौसम में सुरक्षित स्थानों पर रहें. खुले मैदानों या पेड़ों के नीचे खड़ा होने से परहेज करें, ताकि किसी भी संभावित खतरे से बचा जा सके.