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बिहार में अब तुरंत मिलेगा बिजली गिरने का अलर्ट, सीएम नीतीश कुमार ने लिया ये फैसला

बिहार में वज्रपात से अब तक कुल 161 लोगों की मौत हो चुकी है. सीएम नीतीश कुमार ने ठनका से बचाव के लिए सभी सरकारी भवनों पर तड़ित चालक लगाने का फैसला लिया है.

Updated on: 23 Jul 2022, 03:32 PM

Patna:

बिहार में वज्रपात से अब तक कुल 161 लोगों की मौत हो चुकी है. सीएम नीतीश कुमार ने ठनका से बचाव के लिए सभी सरकारी भवनों पर तड़ित चालक लगाने का फैसला लिया है. बिहार आपदा प्रदंधन प्राधिकरण की ओर से जागरुकता अभियान चलाया जाएगा, जिससे ग्रामीण इलाकों में लोगों को आकाशीय बिजली से बचाव के लिए जागरुक किया जाएगा. साथ ही बिजली गिरने की सूचना लोगों तक तुरंत पहुंचाई जाएगी. राज्य के सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी भवनों पर जल्द ही तड़ित चालक लगाए जाएंगे.

सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों को तड़ित चालक लगाने के लिए विशेष अभियान का निर्देश दिया है. सभी सरकारी विद्यालय, पंचायत भवन, प्रखंड, अंचल, अनुमंडल कार्यालय सहित अन्य सरकारी भवनों पर तड़ित चालक लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है. उन्होंने आगे कहा कि "साथ ही निजी भवनों पर तड़ित चालक लगाने के लिए अधिक से अधिक लोगों को प्रेरित करें'

सीएम ने शुक्रवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और राज्य में हो रही वज्रपात की घटनाओं पर अधिकारियों को निर्देश दिए. सीएम नीतीश कुमार ने निर्देश दिया है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर लगातार जागरुकता अभियान चलाया जाए. सभी जिलाधिकारी अपने-अपने जिलों में निगरानी रखें और अभियान चलाकर एहतियात के तौर पर लोगों को सावधान करें.

तुरंत प्राप्त होगा ठनका का अलर्ट
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जिन क्षेत्रों में संभावित ठनका गिरने की पूर्व सूचना प्राप्त हो, उन क्षेत्रों में लोगों को तुरंत इसकी जानकारी टीवी, सोशल मीडिया, रेडियो सहित अन्य माध्यमों से दी जाए और पंचायती राज प्रतिनिधियों को भी वज्रपात की चेतावनी SMS के जरिए समय पर दी जाए. सीएम नितीश कुमार ने वज्रपात से हुई मौत पर मृतक के परिजनों को चार लाख अनुग्रह अनुदान उपलब्ध कराएं जानें के निर्देश दिए है. बिहार आपदा प्रबंधन प्राधिकरण जागरुकता अभियान चलाए और जागरुकता अभियान में और अधिक तेजी लाकर निचले स्तर तक लोगों को जागरुक किया जाए.

इस साल अब तक बिजली गिरने से कुल 161 की मौत
आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव ने मुख्यमंत्री को बताया कि राज्य में निचले स्तर तक बड़े पैमाने पर जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं. जागरुकता अभियान के कारण वज्रपात से होने वाली मौतों में कमी आई है. भागलपुर में इस साल अब तक वज्रपात से सबसे अधिक 13 लोगों की मौत हुई और गया में 10 लोगों की इससे मौत हुई. जहां 2020 में वज्रपात से 459 लोगों की मौत हुई थी. 2021 में ये आंकड़ा 280 तक आ गया था. इस साल वज्रपात से अब तक 161 लोगों की मौत हुई है.