वामपंथी, टुकड़े-टुकड़े गैंग, कृषि आंदोलन कर मोदी को बदनाम कर रहे : गिरिराज
सिंह ने कहा, वामपंथी और 'टुकड़े-टुकड़े गिरोह' कृषि क्षेत्र में मोदी की उपलब्धियों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. सिंह ने कहा, 2009-2014 (UPA के शासन) में कृषि बजट लगभग 88,000 करोड़ रुपये था. 2014-2020 में बजटीय खर्च बढ़कर 4 लाख करोड़ रुपये हो गए.
highlights
- गिरिराज का वामपंथियों पर हमला
- आंदोलन से मोदी को बदनाम कर रहे
- गिरिराज पहले भी बोल चुके हैं हमला
पटना:
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को कहा कि वामपंथी और 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कृषि क्षेत्र में उपलब्धियों को धूमिल, बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. भाजपा के राज्य मुख्यालय में यहां मीडिया को संबोधित करते हुए, मंत्री ने कहा कि पिछले यूपीए के शासनकाल की तुलना में एनडीए के शासनकाल के दौरान कृषि क्षेत्र के लिए बजटीय आवंटन में जबरदस्त वृद्धि हुई है. सिंह ने कहा, वामपंथी और 'टुकड़े-टुकड़े गिरोह' कृषि क्षेत्र में मोदी की उपलब्धियों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. सिंह ने कहा, 2009-2014 (यूपीए के शासन) में कृषि बजट लगभग 88,000 करोड़ रुपये था. 2014-2020 में बजटीय खर्च बढ़कर 4 लाख करोड़ रुपये हो गया. यह बजटीय खर्च में 400 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है.
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि दिल्ली के पास चल रहे किसानों के विरोध के बावजूद, केंद्र ने मौसमी रबी फसलों की खरीद में वृद्धि की उम्मीद जताई है. आपको बता दें कि इसके पहले भी गिरिराज सिंह वामपंथियों पर हमला बोल चुके हैं. पिछले साल 20 दिसंबर को भी गिरिराज सिंह ने वामपंथियों को लेकर बिहार के बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि इस आंदोलन में किसान संघ के लोग कम हैं.
यह भी पढ़ेंःChakka Jam : बिहार में नहीं दिखा चक्का जाम का असर, जानें कहां है असर
वामपंथियों को गिरिराज सिंह ने कहा था दोगला
गिरिराज सिंह ने वामपंथियों को कहा था दोगला इसमें थके-हारे लोग हैं जिनको जनता ने रिजेक्ट कर दिया है. चाहे कांग्रेस के लोग हों या कम्युनिस्ट के लोग यह लोग दोगले हैं. दोगला शब्द भारत का संवैधानिक शब्द है जिसकी दो जुबान चलती है. बेगूसराय में कृषि बिल के समर्थन में बीजेपी के द्वारा किसान सम्मेलन का आयोजन शहर के एमआरजेडी कॉलेज में किया गया था. इस दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि किसान आंदोलन में शामिल लोग किसान संघ के लोग नहीं हैं बल्कि जनता के द्वारा रिजेक्ट किए गए लोग हैं. चाहे कांग्रेस के लोग हो चाहे कॉम्युनिस्ट के लोग हैं , वह सभी दोगले हैं.
यह भी पढ़ेंःहमारा जस्टिस सिस्टम ऐसा हो, जहां समय से न्याय की गारंटी हो : पीएम मोदी
जो सीएए के विरोधी थे वो किसान आंदोलन के समर्थक हैं
गिरिराज सिंह ने कहा कि कृषि बिल के समर्थन में लोग प्रधानमंत्री को हस्ताक्षर कर भेज रहे हैं. जो सीएए के विरोधी थे वह आज किसान आंदोलन को समर्थन कर रहे हैं. ये लोग प्रधानमंत्री का विरोध करते-करते देश का विरोध करने लगे हैं. कृषि बिल किसानों के हित में है और प्रधानमंत्री ने कहा है 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होगी जो होकर रहेगा. किसान आंदोलन में विपक्ष किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर चला रही है. किसानों के सुझाव के लिए केंद्र सरकार का दरवाजा हमेशा खुला है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी