logo-image

लालू ने कहा- 'गंगा मैया की गोद में शवों का अंबार' चिंताजनक

लालू ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, '' गंगा मैया की गोद में शवों का अम्बार लगना बेहद चिंताजनक, दर्दनाक और शर्मनाक है. किसकी लापरवाही से यह सब हो रहा है? यूपी-बिहार के बेटों अपनी जीवनदायिनी गंगा मां को बचाओ.

Updated on: 14 May 2021, 04:15 PM

highlights

  • लालू प्रसाद ने कहा कि कि गंगा की गोद में शवों का अम्बार लगना बेहद चिंताजनक, दर्दनाक और शर्मनाक
  • लालू प्रसाद ने लोगों से गंगा को बचाने की भी अपील की
  • राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कोरोना की जांच पर सवाल उठाए हैं

बिहार:

कोरोना की दूसरी लहर में बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सरकार पर लगातार निशाना साध रही है. इसी के तहत, राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शुक्रवार को एकबार फिर गंगा में मिल रहे शवों को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. इस बीच, विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सरकार पर आंकड़ो का फजीर्वाडा कर राज्यवासियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसे बंद करने की नसीहत दी है. राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि कि गंगा की गोद में शवों का अम्बार लगना बेहद चिंताजनक, दर्दनाक और शर्मनाक है. उन्होंने लोगों से गंगा को बचाने की भी अपील की. लालू ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, '' गंगा मैया की गोद में शवों का अम्बार लगना बेहद चिंताजनक, दर्दनाक और शर्मनाक है. किसकी लापरवाही से यह सब हो रहा है? यूपी-बिहार के बेटों अपनी जीवनदायिनी गंगा मां को बचाओ.''इधर, राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कोरोना की जांच पर सवाल उठाए हैं.

यह भी पढ़ेंः तेजप्रताप ने शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा से की मुलाकात, कहा- हम एक खून हैं

तेजस्वी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, '' डब्लूएचओ और आईसीएमआर मानक के अनुसार आरटी-पीसीआर टेस्ट कोरोना जांच का गोल्ड स्टैंडर्ड है और उसे कुल जांच का 70 प्रतिषत होना चाहिए. लेकिन बिहार में नीतीश सरकार ठीक इसके विपरीत मात्र 25-30 प्रतिशत आरटी-पीसीआर जांच कर रही है. इससे भी आश्चर्यजनक तथ्य ये है कि पिछले माह की तुलना में 41 प्रतिशत कटौती की है जबकि पॉजिटिविटी रेट 20 प्रतिशत है.''उन्होंने एक अन्य टवीट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संबोधित करते हुए लिखा, '' बिहार की जनता आपकी सरकारी कारिस्तानियों से अनभिज्ञ नहीं है. स्वास्थ्य विभाग की सारी रिपोर्ट्स आखिर आपके दावों के विपरीत क्यों होती है? आंकड़ो का फजीर्वाडा कर कृपया राज्यवासियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना बंद करिए.''