लालू यादव ने RSS को बैन करने की उठाई मांग, कहा - PFI से भी बदतर है संगठन

लू यादव ने बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा कि PFI की तरह जितने भी नफ़रत और द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है. सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है.

लू यादव ने बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा कि PFI की तरह जितने भी नफ़रत और द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है. सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है.

author-image
Rashmi Rani
New Update
pfi

Lalu Yadav( Photo Credit : फाइल फोटो )

PFI को देश से 5 साल के लिए बैन कर दिया गया है. जिसको लेकर अब सियासी जंग शुरू हो गया. बीजेपी जहां इसे सही बता रही है. साथ ही कह रही है कि केंद्र सरकार का यह निर्णय सही है लेकिन देश के कुछ राजनीतिक दल इसका विरोध कर रहे हैं यह दुखद है. वहीं, दूसरी तरफ लालू यादव ने बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा कि  PFI की तरह जितने भी नफ़रत और द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है.

Advertisment

दरअसल, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि "PFI की तरह जितने भी नफ़रत और द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है. सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है. आरएसएस पर दो बार पहले भी बैन लग चुका है. सनद रहे, सबसे पहले RSS पर प्रतिबंध लौह पुरुष सरदार पटेल ने लगाया था." 

बता दें कि, कई राज्यों ने पहले ही ये मांग की थी कि PFI को बैन कर दिया जाए. पिछले दिनों पीएफआई के ठिकानों पर दो बार जांच एजेंसियों की रेड चली थी. गृह मंत्रालय ने PFI को 5 साल के लिए बैन कर दिया है. इसके अलावा 8 और ऐसे सहयोगी संगठन हैं, जिस पर कार्रवाई हुई है. 

पुलिस ने PFI पर 22 सितंबर और 27 सितंबर को भी छापा मारा थ. छापेमारी के दौरान पहली बार 106 PFI से जुड़े लोग जबकि दूसरे राउंड में लोगों की गिरफ्तारी की गई थी. जांच एजेंसियों ने PFI के खिलाफ पर्याप्त सबूत इकठ्ठा कर लिए थे, जिसके बाद जांच एजेंसियों ने गृह मंत्रालय से कार्रवाई की मांग की थी. अब केंद्र सरकार ने इस पर बड़ा एक्शन लिया है और PFI को बैन कर दिया है.

Source : News Nation Bureau

Lalu Yadav Bihar Politics BJP RJD Tejashwi yadav pfi RSS Sardar Patel
      
Advertisment