बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेज प्रताप यादव ने दोतरफा मोर्चा खोल रखा है. लंबे समय बाद अपनी मां और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मुलाकात करने के बाद उन्होंने साफ कर दिया कि वे अपनी तलाक के फैसले पर पीछे हटने वाले नहीं है. नए साल के मौके पर तेज प्रताप के तेवर गरम नजर आए.
लालू यादव सजायाफ्ता हैं और उनकी गैर-मौजूदगी राबड़ी देवी को ज्यादा परेशान कर रही है. इन राजनीतिक और पारिवारिक परिस्थितियों को संभालना परिवार के लिए मुश्किल हुआ है लेकिन उन्होंने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का भी संकल्प भी दोहराया है.
आधे घंटे मां-बेटे की मुलाकात के बाद तेज प्रताप यादव ने खुल कर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि वे न तलाक से पीछे हटेंगे और न ही राजनीतिक लड़ाई छोड़ेंगे. उन्होंने खुला ऐलान किया कि अब लड़ाई जारी रहेगी. तेज ससुराल से काफी खफा दिख रहे हैं.
पिछले कुछ दिनों से अपने निजी जिंदगी के कारण चर्चा में रहने वाले तेज प्रताप अब आरजेडी कार्यालय में हर दिन 'जनता दरबार' लगा रहे हैं. 2019 लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हराने को अपना मिशन बनाने वाले तेज इन दिनों फिर से राजनीतिक रूप से सक्रिय हुए हैं.
और पढ़ें : राजस्थान की मंत्री का विवादित बयान कहा, हमारा पहला काम हमारी जाति के लिए होगा
दोनों भाईयों के बीच कथित तनातनी की खबरों के बीच तेज प्रताप का साथ अब राबड़ी देवी के भाई साधु यादव देने वाले हैं. न्यूज़ नेशन से बातचीत करते हुए साधु यादव ने सोमवार को कहा था कि उन्होंने तेज प्रताप को गोद में खिलाया है, वे जब भी मदद मांगेगे.. वो उनकी पूरी मदद करेंगे. बहन राबड़ी देवी से निवेदन करते हुए साधु ने कहा कि वे अपने बेटे को संभाल लें, तेज बाहर-बाहर भटक रहा है.
साधु यादव ने न्यूज नेशन से कहा था, 'तेज प्रताप को घरवालों ने अकेला छोड़ दिया है. लालू यादव के घर में बच्चों के साथ पॉलिटिक्स हो रहा है. लोग क्या कहेंगे, लालू अपने घर में ही पॉलिटिक्स कर रहे हैं.'
देश की अन्य ताज़ा खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... https://www.newsstate.com/india-news
Source : News Nation Bureau