logo-image

सीबीआई छापे के बाद पीएम मोदी- अमित शाह पर बरसे लालू यादव, कहा- तुम्हारा अहंकार चूर-चूर कर देंगे

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव के आवासों पर छापेमारी की।

Updated on: 08 Jul 2017, 12:14 AM

highlights

  • लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव के आवासों पर सीबीआई छापा
  • लालू ने कहा, सुनो मोदी, अमित शाह फांसी के फंदे पर लटक जाएंगे लेकिन तुम्हारा अहंकार चूर-चूर कर देंगे
  • लालू ने कहा कि महागठबंधन में लड़ाई की इनकी कोशिश सफल नहीं हो पाएगी

नई दिल्ली:

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव के आवासों पर छापेमारी की।

सीबीआई कार्रवाई के बाद भड़के लालू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर जमकर निशाना साधा। लालू ने कहा, 'सुनो मोदी, अमित शाह फांसी के फंदे पर लटक जाएंगे लेकिन तुम्हारा अहंकार, बुनियाद चूर-चूर कर देंगे।'

लालू यादव ने कहा कि केंद्र सरकार राजनीतिक बदले की भावना से उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। हालांकि केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख राम विलास पासवान ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिसरों पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के छापों से केंद्र सरकार का कोई संबंध नहीं है

आरजेडी प्रमुख ने कहा, 'हमने बिहार से बीजेपी को दूर रखा है। बिहार की जनता इनको यहां से दूर रखेगी और ये सत्ता में नहीं पाएंगे। महागठबंधन में लड़ाई की इनकी कोशिश सफल नहीं हो पाएगी। 27 अगस्त को होने वाली रैली में हम सारी बातें राज्य की जनता के सामने रखेंगे। जनता की दवाई देकर हम इनका अहंकार खत्म करेंगे।'

बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी पर हमला बोलते हुए लालू ने कहा, '9 महीने से सुशील मोदी मेरे खिलाफ बोल रहे हैं। उन्हीं के कागजों पर केंद्र ने सीबीआई से छापा मरवाया है।'

लालू यादव ने उस खबर को झूठा बताया जिसमें कहा गया था की सीबीआई ने राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव से 10 घंटों तक छापेमारी की।

तो इसलिए सीबीआई ने की छापेमारी

छापेमारी लालू के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे के दो होटलों को एक निजी कंपनी को लीज पर देने के मामले में कथित अनियमितता को लेकर की गई है। जांच एजेंसी ने उनके खिलाफ मामले भी दर्ज किए हैं। सीबीआई के कई अधिकारियों ने दिल्ली, गुरुग्राम, पटना, रांची और भुवनेश्वर में लालू प्रसाद और उनके परिवार के सदस्यों के आवासों सहित करीब एक दर्जन स्थानों पर छापेमारी की।

सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक राकेश अस्थाना ने कहा कि लालू ने 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहते हुए कथित तौर पर इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) के माध्यम से सुजाता होटल को अवैध सुविधाएं दीं।

और पढ़ें: तेजस्वी के खिलाफ FIR के बाद महागठबंधन पर संकट के बादल, नीतीश ने साधी चुप्पी

अस्थाना ने कहा कि रांची व पुरी में होटलों के विकास, रखरखाव तथा संचालन के लिए टेंडर प्रक्रिया में छेड़छाड़ की गई और निजी कंपनी को रियायत दी गई। ऐसा पटना में तीन एकड़ भूखंड के बदले किया गया, जिस पर एक मॉल का निर्माण हो रहा है।

उन्होंने कहा, 'जब लालू प्रसाद रेल मंत्री थे, उस समय रेलवे के बीएनआर होटल का टेंडर सुजाता होटल्स को दिया गया।'

अस्थाना के अनुसार, 'पश्चिमी पटना में तीन एकड़ का भूखंड डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट कंपनी द्वारा स्थानांतरित किया गया, जिससे यादव परिवार परिचित है।'

उन्होंने यह भी कहा कि 2010 से 2014 के बीच इस भूखंड को एक अन्य कंपनी को बेहद कम कीमत पर स्थानांतरित कर दिया गया, जिसका स्वामित्व यादव परिवार के लारा प्रोजेक्ट्स के पास है।

और पढ़ें: योगी आदित्यनाथ ने कहा, वोटबैंक डूबने के डर से कोई कोई भी इज़राइल नहीं गया

अस्थाना ने कहा, 'भूखंड का स्थानांतरण बेहद कम कीमत पर हुआ। सर्किल रेट के मुताबिक जमीन की कीमत 32 करोड़ रुपये थी और उस समय इसकी बाजार में कीमत 94 करोड़ रुपये थी। लेकिन इसे केवल 65 लाख रुपये में लारा प्रोजेक्ट्स को स्थानांतरित कर दिया गया।'

उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 120बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 और 13 (1) (बी) के तहत पांच जुलाई को मामला दर्ज किया गया।

इस मामले में आईआरसीटीसी के पूर्व प्रबंध निदेशक पी.के. गोयल और लालू के विश्वासपात्र प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी का नाम भी शामिल है।

और पढ़ें: भारत-चीन सीमा पर विवाद के बीच जी-20 सम्मेलन में मिले पीएम मोदी और शी जिनपिंग

(इनपुट IANS से भी)