जम्मू कश्मीर में आईटीबीपी जवानों से भरी बस खाई में गिरने से लखीसराय का जवान अभिराज कुमार भी शहीद हो गया है. शहीद जवान जिले के सूर्यगढ़ा प्रखंड अंतर्गत खेमतरनी स्थान गांव का रहने वाला है. घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है. शहीद जवान अभिराज कुमार आईटीबीपी में हेड कांस्टेबल के पद पर तीन साल पूर्व यानी 2019 में ही अभिराज ने आईटीबीपी ज्वाइन किया था. वह तीन भाईयों में मंझले स्थान पर है. उनकी अभी शादी भी नहीं हुई थी. वहीं, एक बहन भी है. वह खेमतरनी गांव के सुरेंद्र राम के पुत्र है. पिता सुरेंद्र राम एक मजदूर है.
अभिराज ने अपनी प्राथमिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक विद्यालय खेमतरणी से प्राप्त की थी. उच्च विद्यालय सूर्यगढ़ा में अपनी मैट्रिक तक की पढ़ाई की. अभिराज की बचपन से ही से फौज में जाने की चाहत थी. वह आर्मी में भी तीन बार सफलता पाने से चुका था. उसके बाद उसने 2018 में आईटीबीपी में सफलता पाई और 2019 में आइटीबीपी ज्वाइन कर देश की सेवा के लिए निकल गए थे. 3 महीने पहले ही वह अपने घर आए थे और अपने दोस्तों और साथियों से मिले थे.
अमरनाथ में ड्यूटी के बाद वह पहाड़ से उतरने से पहले भी अभिराज ने अपने परिजनों और दोस्तों से मोबाइल पर बात की थी और कहा था कि जल्द ही घर आ रहे हैं. यहां से मेरी ड्यूटी खत्म हो गई है. अब अपने जगह पहुंच कर वहां से घर आने का प्रयास करेंगे, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था. 2 दिनों के बाद उसके पार्थिव शरीर लखीसराय आने की सूचना मिली. दोस्त संजीव ने बताया कि बचपन से ही साथ रहकर खेलते और पढ़ाई करते बड़े हुए थे. उसके फौज के जज्बा को हम सलाम करते हैं. वह बचपन से ही फौज में जाने के लिए व्याकुल था. आर्मी में कई बार असफलता हाथ लगने के बाद आइटीबीपी ज्वाइन किया. अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि वह भगवान के प्यारे हो गए हैं. शहीद हो गए हैं. उनकी शहादत की खबर सुनते ही पूरे गांव में मातमी सन्नाटा छा गया है.
वहीं, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. बताया जा रहा है कि कश्मीर के पहलगाम में सुबह आईटीबीपी की एकबस सौ फीट गहरी खाई में गिर गई है, जिसमें 7 जवानों की मौत हो गई है. आईटीबीपी के 39 जवान बस से अमरनाथ यात्रा के स्टाटिंग प्वाइंट चंदनबाड़ी से पहलगाम आ रहे थे.
Source : News Nation Bureau