बांकीपुर और दीघा की तरह ही कुम्हरार विधानसभा सीट (Kumhrar vidhan sabha seat) भी 2008 में परिसीमन के बाद सामने आई. इस सीट के अस्तित्व में आने के बाद दो बार ही चुनाव हुए हैं.वर्तमान में इस सीट पर बीजेपी के अरुण कुमार सिन्हा काबिज हैं.
2010 और 2015 में कुम्हरार सीट पर चुनाव हुए. 2015 के विधानसभा चुनाव में अरुण कुमार सिन्हा ने कांग्रेस के अकील हैदर को 37,275 वोटों से हराया था. जबकि, 2010 में उन्होंने LJP के मोहम्मद कमाल परवेज को मात दी थी. कुम्हरार सीट पर कायस्थ समाज वर्चस्व है. बीजेपी को इसका फायदा होता है.
बीजेपी इस सीट पर इस बार हैट्रीक लगाने की फिराक में है. जेडीयू और बीजेपी का इस बार गठबंधन है. ऐसे में बीजेपी को फायदा मिलता दिखाई दे रहा है.
जातीय समीकरण
इस सीट पर 4 लाख से अधिक वोटर हैं, इनमें से एक लाख मतदाता कायस्थ समाज के हैं. इस सीट पर भूमिहार और
अतिपिछड़ा वोटरों की भी बड़ी संख्या है. 2015 में इस सीट पर 38.2 प्रतिशत वोट मतदान हुआ था.
कुल वोटरः 4.23 लाख
पुरुष वोटरः 2.25 लाख (53.33%)
महिला वोटरः 1.97 लाख (46.58%)
ट्रांसजेंडर वोटरः 34 (0.008%)
Source : News Nation Bureau