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जानिए: उपेंद्र कुशवाहा को JDU से क्यों नहीं निकाल रहे CM नीतीश?

बिहार के सीएम नीतीश कुमार और जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बीच बीते 20 दिनों से वार-पलटवार का दौर जारी है.

Updated on: 08 Feb 2023, 04:55 PM

highlights

  • नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा के बीच जारी है तकरार
  • जेडीयू से उपेंद्र कुशवाहा को ना निकालना JDU की मजबूरी

Patna:

बिहार के सीएम नीतीश कुमार और जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बीच बीते 20 दिनों से वार-पलटवार का दौर जारी है. अब उपेंद्र कुशवाहा खुलकर सामने आ चुके हैं और जेडीयू में अपना हिस्सा मांगने की भी बात कह चुके हैं. दूसरी तरफ सीएम नीतीश कुमार स्पष्ट कह रहे हैं कि उपेंद्र कुशवाहा जहां भी जाना चाहें जा सकते हैं लेकिन उन्हें पार्टी से निकालने की हिम्मत नहीं दिखा पा रहे हैं. नीतीश कुमार द्वारा उपेंद्र कुशवाहा को जेडीयू से बाहर निकालने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं.

वहीं दूसरी तरफ, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह स्पष्ट कर चुके हैं कि उपेंद्र कुशवाहा का जेडीयू में कोई पद नहीं रह गया है. वह सिर्फ जेडीयू के एमएलसी मात्र भर रह गए हैं. वहीं, उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी यादव के खिलाफ बयान देकर नया भूचाल ला दिया है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि उन्हें जेडीयू में 5 रुपए वाला कार्यकर्ता रहकर काम करना पसंद है लेकिन तेजस्वी यादव के नेतृत्व में वो काम नहीं करेंगे. ऐसे में ये बात समझ से परे है कि आखिर उपेंद्र कुशवाहा को अब तेजस्वी यादव के नेतृत्व में काम करने में क्या दिक्कत है? ये बात भी समझ से परे है कि सीएम नीतीश कुमार इतना हो जाने के बाद भी उपेंद्र कुशवाहा को जेडीयू से बाहर निकालने को तैयार नहीं है, बस मीडिया में बयानबाजी कर रहे हैं कि उपेंद्र कुशवाहा कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं.

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उपेंद्र कुशवाहा को जेडीयू से निकालने पर होगा बड़ा नुकसान

जेडीयू से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, पार्टी किसी भी स्थिति में कुशवाहा को शहीद का दर्जा नहीं देना चाहती. यानि जेडीयू इस बात से बचना चाह रही है कि उपेंद्र कुशवाहा को उसने निकाल दिया है, लेकिन दूसरी तरफ उपेंद्र कुशवाहा पर जेडीयू से इस्तीफा देने का दवाब बनाया जा रहा है. वहीं, बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, सीएम नीतीश कुमार उनपर जेडीयू को छोड़ने का पहले ही दवाब बना चुके हैं और अभी भी बना रहे हैं लेकिन उन्हें पार्टी से निकालकर कोई आरोप खासकर बीजेपी की तरफ से लेना नहीं चाह रहे हैं.

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2024 में लोकसभा का चुनाव है और 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सीएम नीतीश कुमार 'लव-कुश' प्लान के तहत चल रहे हैं. सीएम नीतीश कुमार किसी हाल में नहीं चाहेंगे कि उपेंद्र कुशवाहा के रूप में 'लव-कुश' समाज का कोई नेता जेडीयू  के खिलाफ खड़ा हो जाए.