शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के. पाठक एक के बाद एक नए नए फरमान जारी कर रहे हैं. जिससे पूरे विभाग में हलचल मच गई है. एक तरफ जहां उनके आदेश के बाद स्कूलों में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. वहीं, दूसरी तरफ के के पाठक ने एक और आदेश जारी किया है. जिससे बच्चों के अभिभावकों को बहुत ही फायदा होने वाला है. अब आंगनबाड़ी केंद्र में सरकारी स्कूल के शिक्षकों को भी पढ़ाना पड़ेगा. इस नियम को लागू करने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र जारी किया गया है.
आदेश में क्या कहा गया
के के पाठक ने जो आदेश जारी किया है. उसके अनुसार अब राज्य के सभी सरकारी शिक्षक को जरूरत पड़ने पर आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को भी पढ़ाना पड़ेगा. जिसके लिए आदेश भी जारी कर दिया गया है. आपको बता दें कि के के पाठक द्वारा जारी किये गए पत्र में कहा गया है कि राज्य में जितने भी आंगनबाड़ी केंद्र हैं. उनको नजदीकी स्कूलों से जोड़ा जाए और जरूरत पड़ने पर जोड़े गए स्कूलों के शिक्षकों को केंद्र में आकर बच्चों को सप्ताह में एक से दो दिन पढ़ाना होगा. जारी किये गए पत्र में ये भी कहा गया है कि अगर जरूरत पड़ी तो स्कूल में ही आंगनबाड़ी केंद्रों को जगह दी जाए. खासकर उन केंद्रों को जो किराये के मकान में चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों को प्राइमरी और मिडिल दोनों ही स्कूलों में जगह दी जाए.
आंगनबाड़ी सेविकाएं पढ़ाती हैं बच्चों को
आपको बात दें कि अभी जितने भी आंगनबाड़ी केंद्र हैं. वहां, आंगनबाड़ी सेविकाएं ही बच्चों को पढ़ाती हैं, लेकिन इस निर्देश के बाद अब सरकारी टीचर भी आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ाते हुए नजर आएंगे. आंगनबड़ी केंद्र में जो भी बच्चे पढ़ते हैं वो पहली कक्षा से स्कूल जाने लग जाते हैं, लेकिन अब उन्हें आंगनबड़ी केंद्र में ही सरकारी स्कूल के शिक्षकों से पढ़ने का मौका मिलेगा.
HIGHLIGHTS
- के.के. पाठक ने एक और आदेश किया जारी
- आंगनबाड़ी केंद्र में शिक्षकों को भी पढ़ाना पड़ेगा
- जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र किया गया जारी
Source : News State Bihar Jharkhand