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कटिहार: बाढ़ की दोहरी मार से किसान परेशान, कई एकड़ में लगी जूट की फसल हुई बर्बाद

बिहार में लगातार हो रही बारिश के कारण अब बाढ़ का रेड जोन कहे जाने वाले कटिहार में बाढ़ ने इस बार इतनी तबाही तो नहीं मचाई है, लेकिन पिछले दिनों गंगा नदी के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी के कारण निचले इलाके में अचानक बाढ़ का पानी फैल गया.

Updated on: 22 Aug 2023, 01:38 PM

highlights

  • बिहार के किसानों को अब सरकार से उम्मीद 
  • बाढ़ की दोहरी मार से किसान परेशान
  • कई एकड़ में लगी जुट की फसल हुई बर्बाद

 

 

 

 

 

Katihar:

बिहार में लगातार हो रही बारिश के कारण अब बाढ़ का रेड जोन कहे जाने वाले कटिहार में बाढ़ ने इस बार इतनी तबाही तो नहीं मचाई है, लेकिन पिछले दिनों गंगा नदी के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी के कारण सावन के आखरी महीने में निचले इलाके में अचानक बाढ़ का पानी फैल गया है. कटिहार के अमदाबाद प्रखंड में गंगा नदी का पानी फैलने से जुट (पटवा) की खेती करने वाले किसानों को भारी नुकसान हुआ है.

आपको बता दें कि बंगाल से सटे इलाकों में किसान बड़े पैमाने पर जुट (पटवा) की खेती करते हैं, निचले इलाकों में अचानक आई बाढ़ में किसान तैयार जुट को सुरक्षित नहीं निकाल पाते हैं, इसलिए जुट या तो सड़ गया है और जो पटसन काट कर रखा हुआ था वो गंगा के तेज धार बह गया है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. अब किसान इस स्थिति पर सरकार से मदद की गुहार लगा रही है.

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इसके साथ ही किसान सरताज आलम का कहना है कि हम हर साल जूट की खेती करते हैं और बाढ़ से पहले इसकी कटाई हो जाती थी, लेकिन इस साल बाढ़ जल्दी आ गई, जिसके कारण फसलों को तैयार होने का मौका नहीं मिला. अब इसके मजबूरी में कच्ची फसल काटनी पड़ रही है, यह भी नहीं पता कि वह बाजार में बिक भी पाएगी या नहीं.

वहीं इसको लेकर किसान मो. आलम का कहना है कि, ''इस इलाके मे बड़ी मात्रा में जुट की खेती होती है, लेकिन इस साल स्थिति दूसरी है. यहां बाढ़ से सारे फसल बर्बाद हो गए हैं जो बच गए हैं उसे भी काटने के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में हमारी परेशानी बढ़ गई है. अब हमारी मांग है कि सरकार और प्रशासन कोई मदद करे, ताकि नुकसान कम हो सके.