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कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती, नीतीश कुमार ने लालू यादव पर कसा तंज!

भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की बुधवार को 100वीं जयंती मनाई जा रही है. इस मौके पर बिहार की राजधानी पटना में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.

Updated on: 24 Jan 2024, 04:51 PM

highlights

  • कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती
  • नीतीश कुमार ने लालू यादव पर कसा तंज!
  • कहा- हमने अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया

Patna:

भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की बुधवार को 100वीं जयंती मनाई जा रही है. इस मौके पर बिहार की राजधानी पटना में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस दौरान आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सहित कई नेता दिखे. कार्यक्रम के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि यूपीए सरकार में भी लालू यादव ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग की थी, लेकिन उस वक्त उन्हें भारत रत्न नहीं मिला. अब जाकर जननायक को भारत रत्न मिला है, यह अच्छी बात है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी के सामने जब लालू यादव कभी नहीं झुके, तो यह समझ लीजिए कि तेजस्वी यादव भी कभी नहीं झुकेगा. आपको बता दें कि मोदी सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की जयंती की पूर्व संध्या पर उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा की. जिस पर कई राजनीतिक विशेषज्ञों व दिग्गजों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. 

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नीतीश कुमार ने लालू यादव पर कसा तंज

वहीं, बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से संबोधित किया गया. इस बीच नीतीश कुमार भी पटना के वेटनरी कॉलेज मैदान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए और उन्होंने कहा कि बहुत लोग अपने परिवार को ही आगे बढ़ाते हैं, लेकिन हमें कर्पूरी ठाकुर से सीखना चाहिए कि उन्होंने अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कौन क्या बोलता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.

बिहार के दो बार सीएम रह चुके हैं कर्पूरी ठाकुर 

आपको बता दें कि कर्पूरी ठाकुर की पहचान स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ और शिक्षक के रूप में की जाती है. वह बिहार के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं. अपनी लोकप्रियता की वजह से उन्हें जननायक के नाम से भी जाना जाता है. कर्पूरी ठाकुर एक बहुत ही साधारण नाई परिवार में संबंध रखते थे, उन्होंने पूरी जिंदगी कांग्रेस के विरोध में राजनीति की और सियासी मुकाम हासिल किया. कर्पूरी ठाकुर की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि काफी कोशिशों के बाद भी इंदिरा गांधी उन्हें गिरफ्तार नहीं करवा पाई थीं.