14 नवंबर को मांझी का मौन प्रदर्शन (Photo Credit: फाइल फोटो)
Patna:
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और प्रदेश के पूर्व सीएम और हम संरक्षक जीतन राम मांझी के बीच इन दिनों जुबानी जंग देखने को मिल रहा है. जहां बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सीएम नीतीश ने जीतन राम मांझी पर भड़क उठे और उन्हें सीएम बनाए जाने को अपनी एक गलती बता दी थी. इतना ही नहीं उन्हें एक अयोग्य सीएम भी बताया था. जिसके बाद मांझी ने सीएम पर पलटवार करते हुए कहा था कि नीतीश ने उनकी योग्यता की वजह से सीएम नहीं बनाया था, यह तो उन्हें पता ही था लेकिन इस तरह से उन्होंने उनकी जाति धर्म के लोगों का अपमान किया.
मेरे अपमान के सहारे पुरे दलित समाज को ज़लील करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ कल 14 नवम्बर 23 को सुबह 11.30 बजे पटना उच्च न्यायलय के निकट अंबेडकर स्मारक पर एक मौन प्रदर्शन का आयोजन किया गया है जिसमें सभी संगठनों के साथ-साथ मैं भी उपलब्ध रहुंगा।
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) November 13, 2023
जय बिहार
मांझी का मौन प्रदर्शन
अब मांझी 14 नवंबर, 2023 को सुबह 11.30 बजे पटना उच्च न्यायलय के निकट अंबेडकर स्मारक पर जाकर मौन प्रदर्शन करेंगे. बता दें कि इससे जुड़ी एक जानकारी मांझी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर दी है और लिखा है कि मेरे अपमान के सहारे पुरे दलित समाज को ज़लील करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ कल 14 नवम्बर 23 को सुबह 11.30 बजे पटना उच्च न्यायलय के निकट अंबेडकर स्मारक पर एक मौन प्रदर्शन का आयोजन किया गया है जिसमें सभी संगठनों के साथ-साथ मैं भी उपलब्ध रहुंगा.
जय बिहार
पीएम मोदी ने किया मांझी का समर्थन
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने शनिवार को तेलंगाना के सिकंदराबाद में एक सभा को संबोधित किया था. इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश पर जमकर निशाना साधा और कहा कि 2 दिन पहले बिहार विधानसभा में सदन के अंदर एक और दलित नेता, पूर्व सीएम का अपमान किया गया. मांझी दलितों में भी अति दलित है, उन्होंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है और बुरी तरह से उन्हें अपमानित किया है. उन्हें एहसास दिलाया कि वह सीएम पद के योग्य नहीं थे. यह अहंकार की भावना कांग्रेस और उसके सहयोगियों की पहचान है.
पीएम मोदी का मांझी ने किया धन्यवाद
पीएम मोदी के समर्थन के बाद मांझी ने उनका धन्यवाद देते हुए कहा कि पिछले दिनों जो घटना हुई, उसको लेकर सिर्फ हम ही नहीं बल्कि राज्य का दलित समुदाय शर्मसार हो गया है. वहीं, सीएम नीतीश ने दलित समुदाय के साथ ही देशभर की महिलाओं का भी अपमान किया.