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मांझी ने दिखाईं आंख तो राजद ने दी हिदायत, कहा- न करें प्रेशर पॉलिटिक्स

बिहार में विधानसभा चुनाव की आहट से पहले महागठबंधन में दरार गहरी होती जा रही है. हम पार्टी के मुखिया जीतन राम मांझी के तल्ख तेवर के बाद अब राष्ट्रीय जनता दल ने उन्हें हिदायत दी है.

Updated on: 22 Jun 2020, 12:57 PM

नई दिल्ली:

बिहार में विधानसभा चुनाव की आहट से पहले महागठबंधन (Mahagathbandhan) में दरार गहरी होती जा रही है. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के मुखिया जीतन राम मांझी के तल्ख तेवर के बाद अब राष्ट्रीय जनता दल ने उन्हें हिदायत दी है. राजद ने कहा कि मांझी प्रेशर पॉलिटिक्स न करें. एक विधायक वाली उनकी पार्टी और तब उनके बेटे को लालू यादव नेविधान परिषद भेजा. राजद (RJD) ने कहा है कि तेजस्वी एक्सप्रेस खुल चुकी है, जो चढ़ेगा वो चुनाव पार करेगा, नहीं तो किनारे लग जाएगा.

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इससे पहले जीतन राम मांझी ने महागठबंधन को समन्वय समिति बनाने को लेकर 25 जून तक का 'अल्टीमेटम' दे दिया. मांझी ने कहा कि महागठबंधन में आपसी समन्वय बनाए रखने के लिए 25 जून तक समिति नहीं बनती है तो वह 26 जून को पार्टी कोर कमेटी की बैठक बुलाकर आगे का निर्णय लेंगे. न्यूज नेशन से खास बातचीत में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू यादव पर हमला बोला.

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उन्होंने कहा, 'लालू यादव ने मेरे बेटे को एमलीसी बना कर कोई एहसान नहीं किया. हमने कुछ नहीं मांगा. हमारी उपयोगिता हमेशा थी.' मांझी ने सख्त लहजे में कहा, 'आज कहें तो मैं बेटे से इस्तीफा दिलवा दूंगा.' उन्होंने कहा कि राजनीति संभावनों का खेल है और उनके लिए अन्य विकल्प भी खुले हैं. गौरतलब है कि मांझी लगातार महागठबंधन में समन्वय समिति बनाने को लेकर अपनी आवाज मुखर करते रहे हैं. हालांकि राजद उनकी इस मांग को नकारता रहा है. इतना ही नहीं, राजद ने पहले ही अपने नेता तेजस्वी को इस साल के अंत में होने वाले चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर रखा है, मगर राजद का यह निर्णय महागठबंधन के दलों को रास नहीं आया है.

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