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जीतन राम मांझी ने महागठबंधन को दिया अल्टीमेटम, बोले- मेरे लिए अन्य विकल्प भी खुले

बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में संभावित विधानसभा चुनाव से पहले ही विपक्षी दलों के महागठबंधन में पड़ी 'गांठ' और मजबूत होती जा रही है.

Updated on: 22 Jun 2020, 11:58 AM

पटना:

बिहार (Bihar) में इस साल अक्टूबर-नवंबर में संभावित विधानसभा चुनाव से पहले ही विपक्षी दलों के महागठबंधन में पड़ी 'गांठ' और मजबूत होती जा रही है. इस बीच महागठबंधन में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने अपने तल्ख तेवर दिखाए हैं और समन्वय समिति बनाने को लेकर 25 जून तक का 'अल्टीमेटम' दे दिया है. मांझी ने कहा कि महागठबंधन में आपसी समन्वय बनाए रखने के लिए 25 जून तक समिति नहीं बनती है तो वह 26 जून को पार्टी कोर कमेटी की बैठक बुलाकर आगे का निर्णय लेंगे.

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न्यूज नेशन से खास बातचीत में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू यादव पर हमला बोला. उन्होंने कहा, 'लालू यादव ने मेरे बेटे को एमलीसी बना कर कोई एहसान नहीं किया. हमने कुछ नहीं मांगा. हमारी उपयोगिता हमेशा थी.' मांझी ने सख्त लहजे में कहा, 'आज कहें तो मैं बेटे से इस्तीफा दिलवा दूंगा.' उन्होंने कहा कि राजनीति संभावनों का खेल है और उनके लिए अन्य विकल्प भी खुले हैं.

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गौरतलब है कि जीतन राम मांझी लगातार महागठबंधन में समन्वय समिति बनाने को लेकर अपनी आवाज मुखर करते रहे हैं. हालांकि राजद उनकी इस मांग को नकारता रहा है. इतना ही नहीं, राजद ने पहले ही अपने नेता तेजस्वी को इस साल के अंत में होने वाले चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर रखा है, मगर राजद का यह निर्णय महागठबंधन के दलों को रास नहीं आया है.

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