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झारखंड : पुराने रिश्तों के जरिए बीजेपी की जमीन मजबूत करने में जुटे दीपक

झारखंड विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर वर्षो की दोस्ती के बाद अलग हुए साथी ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) से भाजपा की दूरियां मिटती दिख रही हैं.

Updated on: 17 Mar 2020, 10:33 AM

Patna:

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नए झारखंड अध्यक्ष व राज्यसभा प्रत्याशी दीपक प्रकाश अपने पुराने रिश्तों के जरिए न केवल राज्यसभा चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने में जुटे हैं, बल्कि पुराने रिश्तों के जरिए पार्टी की जमीन भी मजबूत करने में लगे हैं. झारखंड विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर वर्षो की दोस्ती के बाद अलग हुए साथी ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) से भाजपा की दूरियां मिटती दिख रही हैं. सोमवार को आजसू के प्रमुख सुदेश महतो और भाजपा के प्रदेश प्रमुख दीपक प्रकाश की मुलाकात के बाद दोनों राजनीतिक दलों के बीच जमी बर्फ पिघलती नजर आई. भाजपा और आजसू के प्रमुखों की मुलाकात के बीच राज्यसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने चुनाव में उनका साथ मांगा.

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दीपक के साथ भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी भी मौजूद रहे. इस क्रम में राज्यसभा चुनाव में आजसू के दो विधायकों के वोट को लेकर सुदेश महतो से भाजपा नेताओं की देर तक चर्चा हुई. इसके बाद सुदेश ने भी अपनी पुरानी दोस्ती को लेकर अपना हाथ बढ़ाते हुए राज्यसभा में भाजपा को समर्थन देने की घोषणा कर दी. इससे भाजपा के प्रत्याशी दीपक प्रकाश की स्थिति मजबूत दिखने लगी.

इससे पहले भाजपा उम्मीदवार दीपक प्रकाश ने राज्यसभा चुनाव में अपनी जीत पक्की करने को लेकर अपने पुराने साथी और निर्दलीय विधायक सरयू राय से भी मुलाकात की थी. झारखंड के पूर्व मंत्री राय ने हालांकि अपने विधानसभा क्षेत्र के शुभचिंतकों से मिलकर फैसला लेने की बात कही है. सूत्रों का कहना है कि सरयू राय से कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवार को लेकर अपेक्षा रखी है, हालांकि सरयू भाजपा के ज्यादा करीब बताए जा रहे हैं.

जमशेदपुर (पूर्वी) के निर्दलीय विधायक और पूर्व मंत्री सरयू राय ने कहा, "झारखंड की राजनीति को एक स्वस्थ और सकारात्मक दिशा में ले जाने के लिए दो ही उम्मीदवार उतारे जाने चाहिए थे. राज्यसभा के लिए खाली हुई दो सीटों के लिए ही चुनाव होना है. ऐसे में कांग्रेस को चाहिए कि वह अपना प्रत्याशी वापस ले ले. तीसरे उम्मीदवार से गलत संदेश जाता है."

सरयू राय से मिलने के दौरान दीपक प्रकाश के चेहरे पर मुस्कान थी, वह खुश नजर आ रहे थे. सरयू राय ने उन्हें गले भी लगाया. इस बीच, भाजपा से निष्कासित अमित यादव को भी दीपक प्रकाश ने अपने समर्थन में कर लिया है.

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दीपक ने कहा, "भाजपा के पक्ष में उनके अपने 25 विधायक पहले से हैं. इसके अलावा बाबूलाल मरांडी का एक मत, भाजपा से निष्कासित निर्दलीय विधायक अमित यादव का एक मत, आजसू पार्टी का दो मत मुझे प्राप्त है, सभी लोगों से मेरे पक्ष में मतदान में सहयोग की अपील की है. विधायकों ने जीत के प्रति आश्वासन दिया है, इसलिए हमारी जीत निश्चित होगी."

उल्लेखनीय है कि झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों के लिए चुनाव होना है. भाजपा की ओर से दीपक प्रकाश मात्र एक प्रत्याशी हैं, जबकि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की ओर से दो प्रत्याशी हैं. इनमें झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के अध्यक्ष शिबू सोरेन एवं कांग्रेस की ओर से शहजादा अनवर प्रत्याशी के रूप में सामने हैं. शिबू सोरेन की जीत तय माना जा रहा है, ऐसे में मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी के बीच माना जा रहा है.