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जानिए कौन हैं रामसेवक सिंह जो मुखिया से बने मंत्री

नीतीश कुमार ने रामसेवक सिंह पर भरोसा करते हुए चार बार हथुआ से उन्हें टिकट दिया जिसपर वे चारों बार खड़े उतरे. इस बार फिर जदयू ने उन पर भरोसा जताया और पांचवी बार उन्हें हथुआ से विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है.

Updated on: 10 Nov 2020, 07:41 AM

हथुआ:

बिहार के हथुआ विधानसभा से चार बार विधायक रहे हैं रामसेवक सिंह. वह कुशवाहा जाति से आते हैं और हथुआ विधानसभा कुशवाहा बाहुल्य क्षेत्र है. रामसेवक सिंह की शिक्षा की बात करें तो ग्रेजुएट हैं और कम बोलने वाले नेताओ में उनकी गिनती होती है. वैसे तो वे साफ सुथरी छवि के नेता है, हालांकि उनके ऊपर हथुआ थाना में अपने विधासनभा क्षेत्र के एक युवक की बेरहमी से पिटाई करने का आरोप भी लगा था. जिस मामले में वे जेल भी जा चुके हैं.

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नीतीश कुमार ने रामसेवक सिंह पर भरोसा करते हुए चार बार हथुआ से उन्हें टिकट दिया जिसपर वे चारों बार खड़े उतरे. इस बार फिर जदयू ने उन पर भरोसा जताया और पांचवी बार उन्हें हथुआ से विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है. बता दें कि चकागांव प्रखंड के असनंद टोला गांव के रहने वाले रामसेवक बलेसरा पंचायत के मुखिया भी रहे हैं.