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बिहार ने तीसरे नम्बर की जद यू पार्टी बन गई सबसे बड़ी पार्टी,जानिए ये कैसे हुआ...

बिहार विधान परिषद की 7 सीटों के लिए सभी उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं.... सोमवार को सभी नव निर्वाचित 7 एमएलसी को उनके प्रमाण पत्र सौंपे गए...  उम्मीदवार के नाम वापस नहीं लेने से सभी का निर्विरोध निर्वाचन हुआ

Updated on: 13 Jun 2022, 11:30 PM

नई दिल्ली:

बिहार विधान परिषद की 7 सीटों के लिए सभी उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं.... सोमवार को सभी नव निर्वाचित 7 एमएलसी को उनके प्रमाण पत्र सौंपे गए...  उम्मीदवार के नाम वापस नहीं लेने से सभी का निर्विरोध निर्वाचन हुआ. सभी 7 उम्मीदवारों को निर्वाचन का प्रमाणपत्र सौंप दिया गया. सात सीटों में सबसे अधिक तीन सीट पर राजद के उम्मीदवार विजयी हुए. राजद की ओर से अशोक कुमार पांडेय, मुन्नी रजक और कारी सोहेब जबकि जदयू के दो उम्मीदवार आफाक अहमद खान और रवींद्र प्रसाद सिंह और भाजपा की ओर से हरि सहनी और अनिल शर्मा का निर्वाचन हुआ है. मगर खास बात ये की  राजद के सबसे ज्यादा 3 उम्मीदवार विधान परिषद के सदस्य बने बावजूद इसके विधान परिषद में सबसे बड़े दल के रूप में जदयू ही होगी. 2 उम्मीदवारों के जीतने के बाद जदयू के एमएलसी की संख्या 25 हो गई जो अभी 28 है. दरअसल जिन 7 सीटों पर चुनाव हुआ उसमें जदयू के 5 सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है. वहीं एक भाजपा और एक वीआईपी के सदस्य हैं. ऐसे में जदयू को 2 सीट जितने पर 3 सीटों का नुकसान हो रहा है जबकी भाजपा को 1 सीट का फायदा. 

7 नये सदस्यों के सदन में आ जाने के बाद विधान परिषद में विभिन्न दलों के सदस्यों की संख्या भी बदल जाएगी. 22 जुलाई से सदन में जदयू 25,   भाजपा 23, राजद 14, कांग्रेस 4, सीपीआई 2, हम 1, रालोजपा 1 और निर्दलीय 5 रहेंगे. इस प्रकार 75 सदस्यीय विधान परिषद में जदयू सबसे बड़े के रूप में बनी रहेगी.