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जेडीयू और बीजेपी दो सिद्धांतहीन सत्तालोलुप दल, आरजेडी ने कसा तंज

बिहार में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले ही बीजेपी और जेडीयू के गठबंधन में दरार पड़ती नजर आ रही है.

Updated on: 10 Jan 2020, 11:39 AM

पटना:

बिहार में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल-यूनाइटेड (JDU) गठबंधन में दरार पड़ती नजर आ रही है. नागरिकता कानून हो या सीटों का बंटवारा हो, ऐसे ही कई मुद्दों पर बीजेपी और जेडीयू नेता आमने-सामने आते रहे हैं. अब हाल ही में बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान के बयान पर जेडीयू और बीजेपी में 'वाक युद्ध' शुरू हो गया. जेडीयू और बीजेपी के बीच बढ़ती तल्खी पर सूबे की विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने तंज कसा है.

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मौजूदा वक्त में बिहार के अंदर बीजेपी के समर्थन से जेडीयू की सरकार चल रही है, जिसका नेतृत्व नीतीश कुमार कर रहे हैं. इस बार भी दोनों पार्टियों के मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना है. मगर सीट बंटवारे को लेकर अभी से दोनों दलों में झगड़ा शुरू हो चुका है. ऐसे में आरजेडी ने ट्वीट कर दोनों पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि जेडीयू और बीजेपी को सिद्धांतहीन और सत्तालोलुप दल करार दिया. आरजेडी ने कहा, 'दोनों दलों में आपस में कोई तालमेल मेलजोल नहीं है. पर क्या करें बिचारे! जब सामने राजद को देखते हैं तो खून का घूंट पीकर रह जाते हैं! अलग होकर अकेले लड़ने की हिम्मत ही नहीं होती है!'

गौरतलब है कि 2020 बिहार के लिए चुनावी साल है. लिहाजा सभी दलों ने अपनी-अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है. इस बीच आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर जारी है. नए साल की शुरुआत के साथ ही बिहार में 'पोस्टर पॉलिटिक्स' देखने को मिली. हाल ही में राजधानी पटना में कई दिनों तक लगातार सड़कों के किनारे और पार्टी कार्यालयों के बाहर एक-दूसरे पर कीचड़ उछालने वाले पोस्टर लगाए गए थे. इसके अलावा कई अन्य मुद्दों पर भी जेडीयू-बीजेपी के नेता और मंत्री एक-दूसरे के विपरीत बयानबाजी करते रहे हैं.

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हाल ही में जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के एक बयान ने बीजेपी की चिंताएं बढ़ा दी थी. उन्होंने कहा था कि जेडीयू को इस बार चुनाव में बीजेपी से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए. जिसका जेडीयू के कई नेताओं और मंत्रियों ने भी समर्थन किया था. हालांकि बीजेपी ने प्रशांत किशोर के बयान पर एतराज जताया था. इसके बाद अब बीजेपी नेता संजय पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 'थका चेहरा' और 'पुराना चेहरा' बताया. जिसके बाद जेडीयू भड़की गई और अमित शाह को बड़बोले नेताओं पर लगाम कसने के लिए कहा. जेडीयू और बीजेपी के बीच तानातनी के रिश्ते के बीच आरजेडी अपना चुनावी एजेंडा तलाशने में लगी है.