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पटना में कृषि कानून के विरोध में जाप का राजभवन मार्च, पुलिस ने भांजी लाठियां

ये सभी राजभवन की ओर जाना चाह रहे थे, जिसे पुलिस ने बीच में ही रोक दिया, जिसके बाद जाप कार्यकर्ताओं ने हंगामा प्रारंभ कर दिया. इसके बाद सभी कार्यकर्ता बीच सड़क पर ही बैठ गए और किसान आंदोलन के पक्ष में नारे लगाने लगे.

Updated on: 22 Dec 2020, 06:34 PM

नई दिल्ली:

केंद्र सरकार के हाल में बनाए गए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत जन अधिकार पार्टी (जाप) के कार्यकर्ताओं के राजभवन मार्च के दौरान जमकर हंगामा हुआ. पुलिस ने जाप के कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और जमकर लाठियां भांजी. कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत जाप के कार्यकर्ता मंगलवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक अध्यक्ष पप्पू यादव के नेतृत्व में किसान न्याय मार्च निकाला.

ये सभी राजभवन की ओर जाना चाह रहे थे, जिसे पुलिस ने बीच में ही रोक दिया, जिसके बाद जाप कार्यकर्ताओं ने हंगामा प्रारंभ कर दिया. इसके बाद सभी कार्यकर्ता बीच सड़क पर ही बैठ गए और किसान आंदोलन के पक्ष में नारे लगाने लगे.

जाप के प्रमुख ने कहा कि वे आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि किसान अन्नदाता है, आखिर सरकार उनके साथ दुश्मनों की तरह व्यवहार क्यों कर रही है. यादव ने कहा कि जन अधिकार पार्टी देश के किसानों के साथ है और किसानों को उनके हक से कोई वंचित नहीं कर सकता. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि किसानों के हित में उनका आंदोलन जारी रहेगा, चाहे सरकार जितना भी जोर लगा ले.

इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थकों ने एकबार फिर आगे बढ़ने की कोशिश की. उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और पानी की बौछार की. इस क्रम में पूर्व सांसद पप्पू यादव गिर गए. लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजी और कई लोगों को घसीटकर सड़कों से हटाया. पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में भी लिया. उल्लेखनीय है कि नए कृषि कानून के विरोध में पटना सिटी के अगमकुंआ के पहाड़ी मोड़ पर पिछले 6 दिनों से जाप के कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं.