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लालू के 'हनुमान' भोला यादव के घर पर छापा, 7 सदस्यीय टीम ने की कार्रवाई

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता सह पूर्व विधायक भोला प्रसाद यादव के घर पर छापा पड़ा है. आयकर विभाग ने भोला यादव के पैतृक घर कपछाही और बहादुरपुर स्थित आवास सलचपे पर छापेमारी की.

Updated on: 27 Jul 2022, 03:07 PM

Patna:

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता सह पूर्व विधायक भोला प्रसाद यादव के घर पर छापा पड़ा है. आयकर विभाग ने भोला यादव के पैतृक घर कपछाही और बहादुरपुर स्थित आवास सलचपे पर छापेमारी की. सीबीआई ने आरजेडी नेता भोला यादव को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. बता दें कि भोला यादव को लैंड फॉर जॉब घोटाले में गिरफ्तार किया गया है. छापेमारी में आयकर विभाग के सात सदस्यों ने मिलकर करवाई की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार आयकर विभाग की टीम बुधवार की सुबह करीब 6 बजे राजद के पूर्व विधायक भोला यादव के बहादुरपुर स्थित आवास पर पहुंची और उनके घरों में रखे कागजातों को खंगाला और निकल गई. जिसके बाद आयकर विभाग की टीम ने भोला यादव के पैतृक घर कपछाही में छापेमारी की.

वहीं छापेमारी के बाद उनके आवास पर मौजूद लोग कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. सूत्रों की मानें तो CBI ने पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के तत्कालीन OSD भोला यादव को नौकरी के लिए कथित जमीन लेने मामले में गिरफ्तार किया है. वहीं कारवाई के बाद भोला यादव का मोबाइल स्विचऑफ आ रहा है. 

बता दें कि भोला यादव लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी हैं. भोला यादव साल 2004 से 2009 तक लालू प्रसाद यादव के OSD रह चुके थे, उस समय लालू रेल मंत्री थे.

भोला यादव की पहचान लालू यादव के सबसे करीबी लोगों में की जाती है. लालू यादव के सबसे बड़े राजदार भी हैं. रेल भर्ती घोटाले यानी नौकरी के बदले जमीन केस में ये आरोपी बनाए गए हैं. 2004 से 2009 के बीच भोला यादव तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के ओएसडी थे. लालू यादव और उनके परिवार के जानने वाले भोला यादव को भोला बाबू कहते हैं. मीडिया में आमतौर पर उन्हें लालू का 'हनुमान' कहा जाता है.

आरजेडी सुप्रीमो के साथ घर से एयरपोर्ट और अस्पताल से लेकर जेल के गेट तक भोला यादव व्हील चेयर पकड़े दिखते हैं. पिछले दिनों जब लालू यादव पटना से रांची गए तो उनके साथ परिवार के सदस्य के तौर पर सिर्फ भोला यादव ही गए थे. लालू यादव के सभी सुख सुविधा का ख्याल भोला यादव रखते हैं. लालू यादव की सेवा में किए किसी भी काम को छोटा नहीं मानते, बल्कि कर्तव्य समझकर निभाते हैं.

भोला यादव की बात को राबड़ी, तेजस्वी और तेज प्रताप भी नहीं काटते हैं। भोला यादव की सियासी और निजी जिंदगी की बात करें तो दरभंगा जिले के कपछाही गांव के रहनेवाले हैं. मगध विश्वविद्यालय से गणित में स्नातकोत्तर हैं और पटना के पास फतुहा के एक कॉलेज में गेस्ट लेक्चरर हैं. आरजेडी में राष्ट्रीय महासचिव की हैसियत रखनेवाले भोला बाबू दरभंगा के बहादुरपुर से 2015 में विधायक चुने गए थे, मगर 2020 चुनाव में हार गए.