चौकीदार को उठक बैठक मामले को लेकर बिहार के डी.जी.पी गुप्तेश्वर पान्डे का बड़ा बयान सामने आया है. पुलिसकर्मी को उठक-बैठक करवाना बेहद शर्मनाक है. वो व्यक्ति चौकीदार है. हमारे अंग का सबसे नीचले पायदान का व्यक्ति है. इसका मतलब ये नहीं कि उन्हें कोई बेइज्जत करे. आज पूरा देश देख रहा है. सरकार के संज्ञान में है. आज रिपोर्ट आएगा और कार्रवाई होगी. पुलिसकर्मी (Police Force) के साथ ऐसा बर्ताव बर्दास्त नहीं है. हमारा सिपाही या कर्मचारी गलती करेगा, तो हम कार्रवाई करेंगे. कोई दूसरा इस तरह का काम करे ये बर्दास्त नहीं होगा.
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कोई दूसरा कार्रवाई करे ये अन्याय नहीं होने दूंगा
वहीं कोरोना को लेकर डीजीपी ने कहा कि पूरे देश में लॉकडाउन (Lockdown) लागू है. हालांकि कुछ जगहों पर लॉकडाउन में ढील दी गई है. लॉकडाउन में कुछ हद तक छूट बिहार में भी आज से मिली. मगर अचानक की छूट के बाद लोग बड़ी संख्या में बाहर निकलने लगे हैं, जिसको लेकर अब प्रशासन सख्त है. लॉकडाउन में मिले छूट पर बिहार (Bihar) के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडेय ने साफ कर दिया है कि छूट सिर्फ जरूरी सेवाओं को लेकर दी गई है. अगर इसका गलत इस्तेमाल किया गया तो ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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कुछ इलाके में छूट दी गई है
उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने कुछ गतिविधियों को फिर से शुरू करने की अनुमति दी है. इसलिए यदि उन गतिविधियों से संबंधित लोग अपने घरों से बाहर आते हैं, तो ऐसे में आम आदमी को यह नहीं सोचना चाहिए कि वे भी अब अपने घरों से बाहर निकल सकते हैं. बिहार डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने अपनी बात को दोहराते हुए कहा, ''चारों ओर बहुत सारी अफवाहें फैली हुई हैं. मैं इसे फिर से दोहरा रहा हूं कि आज से किसी भी तरह की कोई ढील नहीं दी गई है. आम आदमी पर 3 मई तक के लिए लॉकडाउन जारी रहेगा, जैसा आज से पहले था. सभी को घर पर ही रहना है.'